इस पत्र के जरिये वाईएसआरसीपी ने सीधे तौर पर सत्तारूढ़ पार्टी टीडीपी पर आरोप लगाया है कि वो मतदान के दौरान हिंसक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को लिखे पत्र में ये भी लिखा गया है कि सत्तारूढ़ दल की ओर से मतगणना स्थलों पर हिंसा फैलाने के साथ कुछ केंद्रों पर मतगणना को प्रभावित करने की कोशिश भी की जा सकती है।
वायएसआरसीपी ने आयुक्त को लिखे पत्र में जिक्र किया है कि मतगणना के दिन सत्तारूढ़ पार्टी के काउंटिंग एजेंट्स फर्जी 17-सी फॉर्म ला सकते हैं। वह यहां पर काउंटिंग के समय बहस कर सकते हैं ताकि मतगणना की प्रक्रिया में वक्त ज्यादा लगे इससे मतगणना प्रभावित होगी। भगदड़ मचाने के लिए एजेंट्स की स्क्रूटनी और उनके अप्रूवल प्रॉसेस में भी देरी की जा सकती है।
मतगणना प्रभावित न हो इसके लिए पत्र के जरिये आयुक्त से निवेदन किया है। इसमें मतगणना को प्रभावित होने से रोकने के लिए कुछ तरीके भी बताए हैं। इसके तहत सभी रिटर्निंग ऑफिसर्स को स्टील बैरिकेटिंग के पीछे रखने का निर्देश, हर काउंटिंग हॉल में जाल लगाने की बात प्रमुख रूप से शामिल है।