मनीषनाथ
चूपना. अरनोद उपखंड का चूपना गांव अब विकास की ओर अग्रसर है। यहां गत एक दशक में काफी सूरत बदल गई है। यहां गांव की जगह अब शहर की सूरत दिखाई देने लगी है। कई विकास कार्य हुए है। जबकि कई कार्य अब भी बाकी है। वहीं विशेषकर मोक्षधाम का नजारा काफी आकर्षकर बनाया गया है।
चूपना गांव प्रतापगढ़-पिपलोदा मार्ग पर बसा हुआ है। जो अभी करीब चार वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यहां गांव में 12वीं तक राजकीय विद्यालय है। विद्यालय के परिसर में बहुत बड़ा खेल मैदान है। जिसमें हाल ही में ओलंपिक खेल खेला गया था। विद्यालय में बहुत बड़ा बगीचा बना हुआ है। चूपना गांव में मोक्ष धाम काफी आकर्षक बनाया गया है।
ख्ेाती पर निर्भर है गांव
यह गांव अभी खेती पर ही निर्भर है। इसके साथ ही कुछ लोग दुकानदारी भी करते है। गांव में 22 लोग अभी सरकारी सेवाएं दे रहे है। जबकि एक दर्जन युवा गैर सरकारी सेवाएं दे रहे हैं।
बारिश से पहले नाला पूर्ण होना आवश्यक
यहां बरसात से पहले या नहीं बना तो लोगों को घरों में वह विद्यालय परिसर में पानी भरने की समस्या होगी। जिससे विद्यालय सामग्री नष्ट हो सकती है। लोगों के घरों में भी ध्यान पानी घुस सकता है। गांव के राधाकिशन सुथार, सोनू डांगी और रतनलाल डांगी ने बताया कि यहां ग्राम पंचायत की ओर से कई कार्य कराए गए है। जबकि कई विकास कार्यों की आस है। इसके लिए ग्राम पंचायत को समय-समय पर अवगत कराया जाता रहा है। सीसी व नालियों से बदली स्थिति
यहां गांव में कुछ बाजारों को छोड$कर हर बाजारों में सीसी रोड हो गए है। कुछ बाजारों में सीसी व नालियों के अभाव में बाजारों में गंदा पानी बहता रहता है। सबसे बड़ी चुपना गांव की समस्या यहां पर बस स्टैंड स्थित पर महिलाओं और पुरुषों के लिए सार्वजनिक शौचालय का अभाव है। यह सबसे बड़ी समस्या है। गांव में बस स्टैंड पर एक नाला बंद हो गया था। इससे मिट्टी, कूड़ा करकट जम गया। जिससे बरसात का पानी रुकने से गत वर्ष विद्यालय भवन में भी पानी भर गया था। विद्यालय की कई सामग्री खराब हो गई थी। उसके लिए गत वर्ष एसडीएम ने जहां से पानी रुकावट हो रहा था वहां पर खुदवा कर सही तो करवा दिया। यहां नाले का निर्माण भी शुरू करवा था। लेकिन अभी थोड़ा ही नाला बनकर कार्य रुका हुआ है।
बहुत कुछ कराया काम, और कर रहे प्रयास
गांव में बहुत कुछ विकास कार्य कराए गए है। लेकिन फिर भी कई कार्य कराने है। इसके लिए जनता के अनुसार कार्यों के प्रस्ताव लिए गए है। इस आधार पर कार्य कराए जाएंगे। हमारा शुरू से ही गांव का सर्वांगीण विकास कराना प्राथमिकता रहा है।
राजेश कटारा, सरपंच, चूपना