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प्रतापगढ़

दलोट में मिला कॉमन कैट स्नेक

दुर्लभ प्रजाति के सांप को किया रेस्क्यू  

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दलोट. दलोट में कॉमन कैट स्नेक मिला है। इसे वाइल्ड लाइफ एंड एमिनल रेसक्यू सोसायटी के लव कुमार जैन ने रेस्क्यू किया है। दलोट में राजू कुमावत के घर जब ईंट से भरी हुई ट्रॉली आई और जब मजदूर ईंट खाली कर रहे थे। तब उनकी नजर ईंटों के बीच एक सांप की आंखों पर पड़ी। इस सर्प की आंखें बिल्ली की तरह का उभार लिए हुए थीं। जिसकी अजीब सूरत और सुस्त चाल से लोग सहम गए। सूचना मिलने पर वहां पहुंचे स्नेक रेस्क्यू टीम के सर्प मित्र लव कुमार जैन ने सांप का रेस्क्यू कर वन क्षेत्र में छोड़ दिया। उन्होंने बताया कि यह एक कामन कैट सर्प है। जिसे उसकी आंखों की आकृति के लिए यह नाम दिया गया है।
दुर्लभ प्रजातियों में से एक है कॉमन कैट स्नेक
कॉमन कैट स्नेक दुर्लभ प्रजातियों में से एक है। यह सांप बहुत कम देखा जाता है। बिल्ली सांप निशाचर शिकारी होते हैं। जो गोधूलि के समय सक्रिय हो जाते हैं। दिन में उनकी पुतलियां संकरी खड़ी झिल्लियों में सिकुड़ जाती हैं। लेकिन जैसे-जैसे रात होती है। पुतलियां लगभग गोलाकार आकार में फैल जाती हैं। ताकि जितना संभव हो उतना प्रकाश अंदर आ सके। इसलिए इसे निशाचर भी कहते हैं। यह साप छोटे पक्षियों, मेंढक, अंडे आदि का शिकार करता है। लेकिन ज्यादातर शिकार छिपकली या गिरगिट का करता है।यह सांप अपने अंदर बहुत ही हल्का जहर रखता है। इसकी खासियत होती है कि आदमी को देखते ही यह भागने लगता है। इसके काटने पर बहुत ही हल्का जहर लगता है। जिससे आदमी की मौत नहीं हो सकती। इस खासियत के वजह से रेस्क्यू करने वाले हमेशा इसे हाथों में उठा लेते हैं। यह सांप चार से छह अंडे देते हैं। गौरतलब है कि गत वर्ष भी उदयपुर संभाग का सबसे दुर्लभ बैंडेड रेसर स्नेक भी लव कुमार जैन ने रेस्क्यू किया था। जिसे पहली बार प्रतापगढ़ जिले में वाइल्ड लाइफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।
बारिश में अधिक निकलते है सांप
बारिश में बिलों में पानी घुस जाता है। ऐसे में सांप बाहर जा जाते है। ऐेसे में सांप अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए खेतों, आबादी क्षेत्र में विचरण करते रहते है। वहीं कई बार मनुष्यों के संबंधित जगह पर जाने के दौरान सांप भी केवल अपने बचाव में हमला करते हैं। ऐसे में आमजन को इस समय बचाव करना चाहिए। वहीं आबादी क्षेत्र में घुसने पर रेस्क्यूअर को बुलाकर इसे पकड़वाकर जंगल आदि इलाकों में छोडऩा चाहिए।