23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

न्यायाधीश ने बंदियों से कहा-इच्छा शक्ति को मजबूत बनाते हुए समाज मं पहचान बनाएं

प्रतापगढ़. राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला एवं सेशन न्यायाधीश आलोक सुरोलिया एवं प्राधिकरण सचिव लक्ष्मीकांत वैष्णव ने गुरुवार को जिला जेल का आकस्मिक निरीक्षण किया।

2 min read
Google source verification
न्यायाधीश ने बंदियों से कहा-इच्छा शक्ति को मजबूत बनाते हुए समाज मं पहचान बनाएं

न्यायाधीश ने बंदियों से कहा-इच्छा शक्ति को मजबूत बनाते हुए समाज मं पहचान बनाएं


-जेल का किया आकस्मिक निरीक्षण
प्रतापगढ़. राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला एवं सेशन न्यायाधीश आलोक सुरोलिया एवं प्राधिकरण सचिव लक्ष्मीकांत वैष्णव ने गुरुवार को जिला जेल का आकस्मिक निरीक्षण किया।
यहां जिला कारागृह में विधिक जानकारियां प्रदान की। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव लक्ष्मीकांत वैष्णव ने बताया कि जेल स्टाफ की मदद से ऐसे बंदियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की, जिनके पास पैरवी के लिए अधिवक्ता नहीं है। साथ ही जानकारी दी कि ऐसे बंदियों को सरकार की और से विधिक सहायता के तहत अधिवक्ता की व्यवस्था की जाती है। जिला कारागृह में 335 बंदी एवं खुली जेल में 7 बंदी सहित कुल 342 बंदि उपस्थित थे। इस दौरान भोजन को जांचा एवं चखा। बंदियों को संबोधित किया कि किसी भी अपराध को करने के बाद समाज का दृष्टिकोण बदल जाता है। इसे पुनस्र्थापित करने एवं अपने प्रति समाज में विश्वास पैदा करने के लिए अपराध के दलदल में नहीं जाना है। अपने भरसक प्रयासों से और अपनी इच्छा शक्ति को मजबूत बनाते हुए समाज में अपनी नई पहचान बनानी चाहिए। जेल प्रशासन के अनुसार कोरोना महामारी के चलते नियमित रूप से एक वरिष्ठ चिकित्सक एवं दो कम्पाउण्डर बंदीजनों को अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस अवसर पर जेल प्रशासन में कुल 22 प्रहरी, 3 मुख्य प्रहरी, एक अधीक्षक, एक उप कारापाल एवं अन्य उपस्थित रहे।

न्यायाधीश ने किया वन स्टॉप सेन्टर का निरीक्षण
-=
प्रतापगढ़. राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष आलोक सुरोलिया (जिला एवं सत्र न्यायाधीश) के मार्ग निर्देशन में गुरुवार को वन स्टॉप सखी सेन्टर का औचक निरीक्षण प्राधिकरण के सचिव (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) लक्ष्मीकांत वैष्णव ने किया। महिला व बालकों को विधिक सहायता के लिए संचालित वन स्टॉप सेन्टर पर निरीक्षण में महिलाओं और बच्चों के ठहरने और रहने, खाने-पीने आदि बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया गया। सचिव वैष्णव ने किचन, बरामदा एवं पड़साल आदि जगहों का जायजा लिया और वहां की सफाई व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। सेन्टर ईन्चार्ज दिव्या उच्छाना से सेन्टर की कार्य प्रणाली के बारे में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश प्रदान किए। जानकारी में सामने आया कि यहां तीन कर्मचारी किरण एवं रीना कम्प्यूटर वर्कर्स के रूप में कार्यरत हैं। टीना मालवीय केश वर्कर के रूप में कार्यरत है। साथ ही सरोज एवं सपना हेल्पर की सेवाएं दे रहीं हैं। सुरक्षा बंदोबस्त को देखते हुए गार्ड के पद पर लालूराम एवं जीवनसिंह तैनात हैं। अन्य सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं।