
अंन्तर्राष्ट्रीय बाॅक्सर गौरव बिधूड़ी
इलाहाबाद. जर्मनी में अयोजित अंन्तर्राष्ट्रीय बाॅक्सिंग चैंपियनशिप में भारत के अंन्तर्राष्ट्रीय बाॅक्सर गौरव बिधूड़ी ने कांस्य पदक जीता। इस चैंपियनशिप मंे पहली बार उतरे 24 वर्षीय गौरव सेमीफाइनल में मिली के कारण इतिहास रचने से चूक गए। ऐसे में उन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा। वह इस चैंपियनशिप मंे पदक जीतने वाले भारत के चैथे मुक्केबाज हैं। इस जीत के लिए उत्तर मध्य रेलवे की ओर से आज सम्मानित किया गया।
उत्तर मध्य रेलवे की ओर से आज इलाहाबाद स्थित मुख्यालय में सम्मान समारोह रखा गया। इस सम्मान समारोह में अंन्तर्राष्ट्रीय बाॅक्सर गौरव बिधूडी को एनसीआर जीएम एमसी चैहान ने सम्मानित किया। साथ ही गौरव बिधूडी के कोच धरमवीर सिंह को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जीएम एमसी चैहान ने कहा कि गौरव बिधूड़ी और उनके कोच धरमवीर सिंह उत्तर मध्य रेलवे का गौरव हैं। उन्होंने 110 देशों के बीच हुई विश्व बाॅक्सिंग चैम्पियनशिप प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीत कर पूरी दुनिया मंे देश का नाम रौशन किया है।
साथ ही एनसीआर का भी नाम गौरान्वित किया है। जीएम ने सभी अंन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को हर संभव सहायता के लिए आश्वास्त किया। साथ ही जीएम ने विश्वास जताया कि गौरव बिधूड़ी अगले ओलंपिक प्रतियोगिता में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतेंगे। इस अवसर पर गौरव बिधूड़ी ने कहा कि जीएम एमसी चैहान के मार्गदर्शन और रेलवे स्पोट्र्स एसोसिएशन के समर्थन और सहयोग के कारण विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने में सहायता मिली।
मालूम हो कि विश्व बाॅक्सिंग चैंपियनशिप के पुरूष वर्ग के 56 किग्रा भारवर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में अमेरिका के ड्यूक रेगन से 5-0 से हार गए थे। इस तरह गौरव एक इतिहास रचने से चूक गए। इस चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले चैथे भारतीय मुक्केबाज हैं। विश्व बाॅक्सिंग चैंपियनशिप में विजेंदर सिंह ने 2009 में भारत के लिए पहला पदक जीता था। इसके बाद 2011 में विकास ने और 2015 में थापा ने भारत के लिए पदक जीता। उसके दो साल बाद गौरव ने यह कारनामा कर दिया।
Published on:
03 Nov 2017 09:04 pm
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