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करछना बवालः आम लोगों ने पुलिस के साथ संभाला मोर्चा तब थमा बवाल, चंद्रशेखर आजाद के पुलिस पर आरोप

चंद्रशेखर ने आरोप लगाया है कि ये पूरा बवाल सुनियोजित था और इसकी जांच केंद्रीय एजेंसी से कराई जानी चाहिए ताकि इसका पूरा सच सामने आ सके।

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चंद्रशेखर आजाद के पुलिस पर आरोप

चंद्रशेखर आजाद के पुलिस पर आरोप

प्रयागराज के करछना में 29 जून 2025 को भड़ेवरा बाजार में हुए बवाल को स्थानीय लोगों और पुलिस ने मिलकर नियंत्रित किया। पुलिस जांच में ये भी खुलासा हुआ है कि ये पूरा बवाल सुनियोजित था। दरअसल, आजाद समाज पार्टी के नेता और सांसद चंद्रशेखर आजाद को सर्किट हाउस में नजरबंद किए जाने के बाद भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने करछना-कोहड़ार मार्ग पर जाम लगाया और पथराव शुरू कर दिया था।

उपद्रवियों ने पुलिस वाहनों में की थी तोड़फोड़

उपद्रवियों ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की, मोटरसाइकिलें जलाईं और बसों को नुकसान पहुंचाया। दो घंटे तक चले इस उपद्रव में तीन पुलिसकर्मी घायल हुए और तीन पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हुए। जब हालात बेकाबू हो रहे थे तब स्थानीय ग्रामीणों ने मोर्चा संभाला और पुलिस के साथ मिलकर उपद्रवियों को खदेड़ा, जिससे शाम 5:30 बजे तक स्थिति नियंत्रित हो गई।

पहले से सुनियोजित था बवाल

पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि बवाल सुनियोजित था, उपद्रवी पेट्रोल की बोतलें लेकर आए थे। 30 जून तक पुलिस ने 51 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। ऐसी तस्वीरें भी सामने आई हैं जहां हिरासत में लिए गए भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ता पुलिस की मौजूदगी में कान पकड़े हुए नजर आ रहे हैं।

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर और गिरफ्तारियां जारी

पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर और गिरफ्तारियां जारी हैं। पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई शुरू की है, साथ ही सरकारी संपत्ति के नुकसान की भरपाई उपद्रवियों की संपत्ति से करने की घोषणा की है।

चंद्रशेखर ने लगाया ये आरोप

वहीं दूसरी तरफ, आजाद समाज पार्टी के नेता और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें पुलिस के साथ कुछ आम लोग भी पार्टी के कार्यकर्ताओं को खदेड़ते हुए नजर आ रहे हैं। चंद्रशेखर ने आरोप लगाया है कि ये पूरा बवाल सुनियोजित था और इसकी जांच केंद्रीय एजेंसी से कराई जानी चाहिए ताकि इसका पूरा सच सामने आ सके।