
shivpal yadav
इलाहाबाद: शिवपाल यादव की नई पार्टी प्रगतिशील समाजवादी के मंडल प्रभारी बनाए जाने के बाद शिवपाल के करीबी औरइलाहाबाद मंडल प्रभारी प्रकाश राय उर्फ लल्लन राय समाजवादी पार्टी से अलग होकर और शिवपाल के मोर्चे में शामिल होने के बाद पहली बार अपने गृहनगर पहुंचे।जिसके बाद समाजवादियों में खलबली मच गई। कभी समाजवादी पार्टी के सिपहसलाहकार रहे लल्लन राय के सपा से अलग होने के बाद जिले की समाजवादी पार्टी को बड़ा झटका लगा है।और स्थानीय स्तर पर एक बड़ा खेमा पार्टी से अलग होता नजर आ रहा है ।
बता दें कि इलाहाबाद से लेकर पूर्वांचल तक के भूमिहार समाज में लल्लन राय की खास अहमियत मानी जाती है। लल्लन राय के पिता स्वर्गीय संकठा प्रसाद राय मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी और समाजवादी पार्टी के संस्थापक नेताओं में से एक रहे है।संकठा राय प्रदेश के जाने-माने वकील थे। वहीं जब -जब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तब लल्लन राय का रुतबा किसी सांसद या मंत्री से कम नहीं रहा। अखिलेश यादव की सरकार में राज्यमंत्री रह चुके हैं।मुलायम सिंह यादव का शायद ही जिले का ऐसा कोई दौरा रहा हो जिसमे लल्लन राय के ममफोर्डगंज आवास पर न जाना हुआ हो ।
वहीं सपा में चली लंबी पारिवारिक जंग के बाद अलग हुए शिवपाल यादव के साथ लल्लन राय ने भी अपना रास्ता पार्टी से अलग कर लिया । और अपने खेमे के साथ उनकी नई पार्टी में शामिल हो गये ।जिसका इनाम उन्हें शिवपाल यादव ने दिया और उन्हें मंडल प्रभारी का दायित्व मिला।जिसके बाद वह पहली बार अपने गृह नगर पहुंचे ।इस दौरान उनके सैकड़ों समर्थको ने बड़े काफिले के साथ उनका स्वागत किया। और शहर में लल्लन राय ने जुलूस निकालकर अपने आने की हनक दिखाई। बता दें की 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के उम्मीदवारों की जो लिस्ट शिवपाल यादव ने जारी की थी उसमे लल्लन राय को जिले के शहर उत्तरी सीट से उम्मीदवार बनाया गया था । लेकिन अखिलेश की लिस्ट से इनका नाम गायब रहा ।
Published on:
29 Sept 2018 02:25 am
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