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Maha Kumbh 2025: मेला क्षेत्र और कमिश्नरेट प्रयागराज नो-व्हीकल जोन घोषित, प्रवेश मार्गों के अनुसार स्नान घाटों का हुआ निर्धारण

महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए मेला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है। प्रशासन ने मंगलवार शाम चार बजे से मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया है, ताकि यातायात में किसी प्रकार की रुकावट न हो।

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PRAYAGRAJ NO VEHICLE ZONE

Maha Kumbh 2025: महाकुंभ के 44वें दिन प्रयागराज के संगम में श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ जमा हुई है। इस दिन स्नान करने वालों की संख्या 63 करोड़ से भी ज्यादा हो गई है। कल 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर महाकुंभ में ट्रैफिक के लिए फुलप्रुफ इंतजाम किए जा रहे हैं।

प्रशासन ने की नजदीकी घाट पर ही स्नान करने की अपील

मेला प्रशासन के अनुसार सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे मेला क्षेत्र में प्रवेश करते समय अपने नजदीकी घाट पर ही स्नान करें। दक्षिण झूंसी से आने वाले श्रद्धालु ऐरावत घाट पर स्नान करेंगे। वहीं उत्तरी झूंसी से आने वाले श्रद्धालु संगम हरिश्चंद्र घाट और संगम ओल्ड जीटी घाट पर स्नान करेंगे। इसके अलावा, परेड ग्राउंड से आने वाले श्रद्धालु संगम द्वार के विभिन्न घाटों पर डुबकी लगाएंगे, जैसे कि भरद्वाज घाट, नागवासुकि घाट, मोरी घाट, काली घाट, रामघाट और हनुमान घाट। अरैल क्षेत्र से आने वाले श्रद्धालु संगम घाट अरैल घाट पर स्नान करेंगे। मेला प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी जरूरी सामग्री की आपूर्ति, जैसे दूध, सब्जी, दवाइयां, पेट्रोल, डीजल, एंबुलेंस और सरकारी कर्मचारियों के मूवमेंट में कोई रुकावट नहीं होगी।

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क्या कहते हैं डीआईजी वैभव कृष्ण

महाकुंभ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि महाशिवरात्रि स्नान के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है और कमिश्नरेट पुलिस तथा रेलवे के साथ समन्वय स्थापित किया गया है। मेला क्षेत्र और शहर को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है और सभी सुरक्षा उपायों की पूरी तैयारी कर ली गई है। पांटून पुलों का संचालन भीड़ के दबाव को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। सभी घाटों पर स्नान की समान महत्ता है इसलिए श्रद्धालुओं को अपने नजदीकी घाट पर स्नान कर जल्द ही अपने गंतव्य के लिए रवाना होने की सलाह दी गई है।