अर्द्धकुंभ की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन की ओर से कवायत तेज कर दी गई है। सीएम योगी आदित्य नाथ के निर्देशानुसार लगातार कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में मण्डलायुक्त डाॅ0 आशीष कुमार गोयल ने संगम क्षेत्र का जायज लेकर सफाई व्यवस्था और कचरा डंपिंग की स्थिति को नजदीक से समझा। मेले के दौरान कार्यरत रहने वाले सफाई
यंत्रों, रोबोट, जेसीबी, छोटे-बड़े डम्पर ट्रक और ट्रैक्टर से कचरे को हटाने के प्रदर्शन को देखा। इसके बाद मण्डलायुक्त ने मेले में साफ सफाई रखने सहित अन्य कार्यों के लिए 12 रोबोट की मांग शासन से की।
इन्हें अर्द्धकुम्भ मेले से पहले उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। ताकि मेले की साफ सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखा जा सके। मेले में जिन आधुनिक मशीनों का उपयोग होगा चकर प्लेट पर चलाने के अलावा रेती पर भी आसानी से दौडाया जा सकेगा। मेला क्षेत्र में लगने वाली नीली और हरी डस्टबिनों की क्वालिटी संख्या तथा डम्पिंग वाहनों पर उन्हें पलटने की व्यवस्था पर भी विचार किया गया। इस दौरान मण्डलायुक्त ने कचड़े के लिए मेला क्षेत्र के बाहर एक डम्पिंग स्टेशन बनाने के निर्देश दिए। डम्पिग स्टेशन पर छोटे वाहनों से कचड़े को बड़े वाहनों में डम्प करने के लिए एक कन्वेयर भी लगाने को कहा। इस दौरान मंडलायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम को तरल कचड़े के प्रबन्धन का एक अत्याधुनिक प्रजेन्टेशन तैयार करने को कहा। इसके लिए उच्चस्तरीय संस्थाओं के विशेषज्ञों की भी मदद लेने को कहा है। इस योजना के आधार पर ही मेला क्षेत्र में शौचालयों और अन्य जन सुविधा स्थलों का उच्चस्तरीय निर्माण कराया जाए। उसी के अनुरूप आधुनिक तकनीकि में ठोस और तरल कचड़े के प्रबन्धन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। मालूम हो कि मेले के दौरान प्रतिदिन करीब सौ टन कचरा और लगभग डेढ़ सौ टन स्नान के दिनों में प्रतिदिन इकट्ठा होता है। इस कचरे को प्रतिदिन 20 ट्रकों की मदद ली जाती है। इसके अलावा प्रदेश सरकार की सख्ती देखते हुए शहर में स्थाई निर्माण कार्य को तेजी से पूरा करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। शहर में चार फ्लाईओवरों का के निर्माण को लेकर तैयारियों तेज हो गई हैं।