बता दें की शहर के खुल्दाबाद के शिशु गृह में बीते दो महीनो में सात नवजात बच्चो की मौत हो गई। मृतक बच्चो को अलग अलग स्थानों से यहाँ लाये गए थे । जबकि एक बच्चा महिला शरणालय में रखी गई मानसिक विक्षिप्त महिला का था। बच्चो की मौत खबर पर जिला प्रशासन में हडकम्प मचा हुआ है । जिसको देखते हुए जिलाधिकारी ने पुरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम बनाई । जिसमे सीडीओ सैमुअल पाल एन, एडीएम सिटी रजनीश राय और सिटी मजिस्ट्रेट एके कनौजिया शामिल है। जिलाधिकारी द्वारा गठित टीम ने शिशु गृह का निरिक्षण किया ।और वहां तैनात कर्मचारियों से पूछताछ की।
शिशु गृह पहुचें अधिकारियों ने बच्चो की मेडिकल रिकार्ड तलब की। जानकारी के मुताबिक़ शुरुवाती जाँच में अधिकारियों को बच्चो के इलाज में लापहरवाही बरतने का मामला सामने आया है।हालाकि अभी बच्चो का पूरा मेडिकल रिकार्ड और जानकारी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक से मांगी गई। शिशु गृह के मुताबिक़ बच्चो को शहर के चिल्ड्रेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था।लेकिन दो बच्चो की दो दिन बाद ही मौत हो गई । लेकिन अन्य पांच बच्चो का लम्बे समय तक चिल्ड्रेन अस्पताल में हुआ था ।लेकिन बचाया नही जा सका ।
जिलाधिकारी के निर्देश पर जांच करने पहुची टीम को प्रथम दृष्टया इलाज में लापरवाही प्रतीत हुई है। हालाकि इस पुरे मामले में जाँच अधिकारी रहे सीडीओ ने बताया की बच्चो की पूरी मेडिकल रिपोर्ट की जाँच बाहर भेज कर भी करवाई जायेगी ।और जल्द ही रिपोट उच्च अधिकरियों की भेजी जायेगी ।उन्होंने कहा की जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही होगी ।