प्रयागराज के छोटे से गांव से निकल कर इलाहाबाद विश्व विद्यालय से पढ़ाई करने वाले शैलेश यादव को तमिलनाडु के डीजीपी की कमान दी गई है।
प्रयागराज: यूपी के जनपद प्रयागराज के छोटे से गांव निश्चिंतपुर कोरांव से निकल कर इलाहाबाद विश्व विद्यालय से पढ़ाई करने वाले शैलेश यादव को तमिलनाडु के डीजीपी की कमान दी गई है। शैलेश यादव का जन्म एक सामान्य से किसान के परिवार में हुआ था। इनकी शुरूआती पढ़ाई लिखाई गांव के ही प्राथमिक विद्यालय सर्वोदय शिक्षा निकेतन में हुई थी। यह विद्यालय शैलेश यादव के पिता स्व बनवारी लाल यादव ने ही चलवाया था, और इस विद्यालय में पहला दाखिला उन्होने अपने बेटे शैलेश का ही किया था। शैलेश ने इंटर तक की पढ़ाई अपने गांव से ही पूरी की, और उसके आगे की शिक्षा के लिए वो गांव से निकल कर शहर आ गए। जहां पर इन्होने इलाहाबाद विश्व विद्यालय से स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई पूरी की। जिसके बाद १९९३ में शैलेश यादव का चयन भारतीय पुलिस सेवा के पद पर हुआ था।
डीजीपी बनने पर ग्रामीणों में हर्ष
प्रयागराज की सबसे पिछड़ी मानी जाने वाली तहसील कोरांव से निकल कर इस बड़े पद तक का सफर करने वाले शैलेश यादव ने एक नजीर पेश की। उन्हें डीजीपी बनाए जाने से तहसील और गांव में लोग काफी खुश हैं। गांव के लोगों ने मिठाई बांट कर खुशी जाहिर की है।