उत्तर प्रदेश में 2022 की टीजीटी भर्ती परीक्षा को लेकर शिक्षा सेवा चयन आयोग अब तक स्पष्ट नहीं है। पहले परीक्षा की तारीख 21-22 जुलाई बताई गई थी, बाद में अधिकारियों ने 30-31 जुलाई का सुझाव दिया। लेकिन अब तक न कोई आधिकारिक सूचना आई है और न ही एडमिट कार्ड जारी हुए हैं।
उत्तर प्रदेश में प्राथमिक से लेकर एडेड माध्यमिक और अल्पसंख्यक कॉलेजों सहित कई संस्थानों में शिक्षक भर्तियों के लिए गठित शिक्षा सेवा चयन आयोग की कार्यप्रणाली को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं। साल 2022 की प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर आयोग की चुप्पी ने लाखों अभ्यर्थियों को असमंजस में डाल दिया है।
शुरुआत में आयोग की ओर से TGT परीक्षा की तारीख 21 और 22 जुलाई 2025 घोषित की गई थी। लेकिन बीते महीने प्रतियोगियों के प्रदर्शन के दौरान परीक्षा नियंत्रक देवेंद्र प्रताप सिंह ने मौखिक रूप से यह जानकारी दी थी कि परीक्षा 30 और 31 जुलाई को कराई जाएगी। इसके बावजूद अभी तक आयोग की ओर से कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है।
अब परीक्षा में महज कुछ दिन शेष रह गए हैं, लेकिन न तो एडमिट कार्ड जारी हुए हैं, और न ही परीक्षा टालने की कोई सूचना दी गई है। ऐसे में 8.64 लाख से अधिक अभ्यर्थी, जिन्होंने वर्ष 2022 में 3539 पदों के लिए आवेदन किया था, बेहद परेशान और नाराज़ हैं।
इससे पहले भी आयोग दो बार परीक्षा की तारीख टाल चुका है, लेकिन किसी तय कार्यक्रम के तहत अब तक परीक्षा नहीं कराई गई। हालात यह हैं कि परीक्षा के लिए केंद्रों की सूची तक ज़िलों से नहीं मांगी गई है, जिससे यह भी स्पष्ट होता है कि 30-31 जुलाई को भी परीक्षा होने की संभावना बेहद कम है।
इस अनिश्चितता और लापरवाही के चलते प्रतियोगी आयोग के कार्यालय के बाहर कई बार धरना-प्रदर्शन कर चुके हैं। वे मांग कर रहे हैं कि या तो परीक्षा की तिथि लिखित रूप में स्पष्ट की जाए या नई तारीख घोषित की जाए, ताकि वे तैयारी और यात्रा की योजना बना सकें।