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‘ये हिंदू हैं ही नहीं’ श्रद्धालुओं को देख बवंडर बाबा ने ऐसा क्यों कहा? जानिए कैसे पड़ा ये नाम

महाकुंभ में देश विदेश के तमाम साधु संत इकट्ठा हुए हैं। कई साधु संत सोशल मीडिया पर सनसनी बने हुए हैं। इसी में से एक बवंडर बाबा भी खूब वायरल हो रहे हैं।

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Bavander Baba in Mahakumbh 2025

बवंडर बाबा ने पत्रिका से बात की और कई बातें बताई। उन्होंने अपने सनातनी मिशन के बारे में तो चर्चा की ही साथ ही में उन्होंने ये भी बताया कि उनका ये नाम कैसे पड़ा।

कैसे बड़ा बवंडर बाबा नाम

बवंडर बाबा ने बताया कि वो सनातन के लोगों को धर्म के लिए जागरूक करने के लिए निकले हैं। बाबा मूल रूप से इंदौर के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि वो अक्सर लोगों को समझाते हैं कि कैसे कुछ लोग और ब्रांड उनके धर्म का अपमान कर रहे हैं। इसी का विरोध करने के लिए वो सोशल मीडिया पर छाए रहते हैं।

बीड़ी के बंडल, हिंदू कैलेंडर और पटाखों पर देवी देवताओं के तस्वीरों का विरोध

दरअसल बवंडर बाबा पिछले 3.5 सालों से जनता के बीच जागरूकता फैला रहे हैं। बाबा का कहना है कि कुछ कंपनियां हिंदू देवी देवताओं की तस्वीरें अपने ब्रांड में प्रयोग करती हैं। जैसे बीड़ी पर भगवान शिव की तस्वीर होती है और उनके बाम पर बीड़ी का नाम रखा जाता है। इसके साथ ही कैलेंडर पर देवी देवताओं की फोटो होती है जिसे साल बीतने के बाद कचरे में डाल दिया जाता है या बिरयानी और अंडे वाले उसका इस्तेमाल करते हैं।

बवंडर बाबा ने बताया कि वो जल्द ही प्रयागराज प्रशाशन और अखाड़ों से मिलकर अपनी बात भी रखेंगे। बाबा ने बताया कि वो जल्द ही इस अभियान को तेज करने वाले हैं और यही उनके लिए अमृत स्नान होगा।