मिली जानकारी के मुताबिक, पहले लोगों को 21 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से पैसे देने पड़ते थे। तब उससे आगे हर किलोमीटर के लिए 14 रुपये का किराया अनिवार्य था। इस बीच, किराया संशोधन उन्हीं ऑटोरिक्शा मालिकों के लिए लागू होगा जो 1 सितंबर से अपने मीटर का पुन: सत्यापन करवाएंगे।
बता दें कि मीटर सत्यापन की अंतिम तारीख 31 अक्टूबर है। निर्धारित अवधि के भीतर मीटर कैलिब्रेशन नहीं करने वाले ऑटोरिक्शा मालिक 1 से 40 दिनों के लिए लाइसेंस निलंबन या कम से कम 50 से 2 हजार रुपये के जुर्माने के अधीन होंगे। दूसरी तरफ मुंबई में टैक्सी ड्राइवरों और ऑटोरिक्शा चालकों ने भी किराए में वृद्धि की मांग की है। फिलहाल टैक्सी का न्यूनतम किराया 25 रुपये है। टैक्सी यूनियन ने मांग की है कि इसे 10 रुपये बढ़ाकर 35 रुपये किया जाए।
ऐसा नहीं करने पर उन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि टैक्सी चालक (मुंबई टैक्सी) और ऑटोरिक्शा चालक 15 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। इस मामले को सुलझाने के लिए रिक्शा टैक्सी यूनियन और सरकार के बीच कई बार बैठक हो चुकी है। कई बैठक होने के बाद भी सरकार सिर्फ वादा करती है, कोई समाधान नहीं निकालती है, इसलिए रिक्शा टैक्सी यूनियन ने चेतावनी दी है कि वह इस बार विरोध करेगी। इस वजह से अगर सरकार जल्द ही इस मामले का कोई समाधान नहीं करती है तो आम मुंबईवासियों को 15 सितंबर से इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।