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रायबरेली. रायबरेली लिखित परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद ही इंटरव्यू होता है, लेकिन बेसिक शिक्षा विभाग ने एबीआरसी के पदों को भरने के लिए गजब का तरीका अपनाया है। पिछले जुलाई महीने में कराई गई लिखित परीक्षा का रिजल्ट अब तक घोषित नहीं किया और इंटरव्यू का काम शुरु करा दिया। अफसरों की इस मनमानी की जानकारी मिलने पर बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। शिक्षकों का कहना है कि अंदर ही अंदर सेटिंग का काम चल रहा है। इसी कारण बिना रिजल्ट घोषित किए इंटरव्यू शुरु करा दिया गया है। हालांकि लोग चयन प्रक्रिया में घालमेल की आशंका जता रहे हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग में सभी ब्लाकों में एबीआरसी के पांच-पांच पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है। नगर के साथ ही 18 ब्लाॅकों में एबीआरसी के 95 पदों को भरने के लिए कई महीने पहले प्रक्रिया शुरु की गईं बेसिक शिक्षा विभाग के 195 शिक्षकों ने एबीआरसी के पद के लिए दावेदारी की। इनकी परीक्षा भी पिछले जुलाई महीने में करवा दी गई, लेकिन रिजल्ट अब तक घोषित नहीं किया गया।
किसी भी पद के चयन के लिए लिखित परीक्षा का रिजल्ट आने के बाद ही अगली परीक्षा या इंटरव्यू होता है, लकिन यहां अफसरों ने इसका ठीक उल्टा करना शुरु कर दिया है। लिखित परीक्षा का रिजल्ट बिना घोशित किए गत शनिवार से इंटरव्यू का काम शुरु हो गया। डायट में पहले दिन गत शनिवार को सामाजिक विषय के शिक्षकों का इंटरव्यू कराया गया। 25 व 26 सितंबर को भी इंटरव्यू का काम शुरु हो गया।
बेसिक शिक्षा विभाग में एबीआरसी के चयन के नाम पर हो रहे इस घालमेल को लेकर शिक्षकों में तरह-तरह की चर्चाएं है। अंदर ही अंदर शिक्षक गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन कोई भी सामने आकर शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि सभी चयन प्रक्रियाओं में लिखित परीक्षा का रिजल्ट घोषित होने के बाद ही इंटरव्यू होता है, लेकिन यहां सबकुछ अलग तरीके से ही कराया जा रहा है । इससे चयन प्रक्रिया साफ नजर नहीं आ रही हैं।
चयन समिति की अध्यक्ष व डायट प्राचार्य रेखा दिवाकर का कहना है कि एबीआरसी के चयन में मानकों को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है। बीएसए के सीयूजी नंबर पर संपर्क नहीं हो सका।
खण्ड शिक्षा ने जांची कापियां-
बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों में चर्चा है कि पिछले जुलाई महीने में एबीआरसी पदो के लिए लिखित परीक्षा होने के बाद डायल में काॅपियों को रखवाया गया था। वहीं जिले के खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से कापियों की जांच करवाई गई है। चर्चा है कि काॅपियों की जांच में भी घालमेल की आशंका है। इसी कारण रिजल्ट घोशित नहीं किया गया। यदि इसमें गड़बड़ी न होती तो अब तक लिखित परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर दिया जाता। हालांकि रिजल्ट घोषित होने के बाद ही सच्चाई उजागर हो सकेगी।
Published on:
26 Sept 2017 05:27 pm
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