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UP Board Exam 2018: योगी सरकार ने बोर्ड परीक्षा में किया फेरबदल, होगा ऑनलाइन डाटा फीडिंग

UP Board Exam 2018 : शासन के निर्देश के अनुसार जिले के विद्यालय निरीक्षक ने तुरन्त अलग-अलग तहसील स्तर पर 34 टीम का गठन कर दिया है

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UP Board Exam 2018

रायबरेली. रायबरेली में UP Board Exam 2018 यूपी बोर्ड परीक्षा केन्द्रों की असलियत को जांचने के लिये शासन के निर्देश के अनुसार जिले के विद्यालय निरीक्षक ने तुरन्त अलग-अलग तहसील स्तर पर 34 टीम का गठन कर दिया है । इससे परीक्षा केन्द्रों को बनाने और उन पर नजर रखने की बात बतायी जा रही है, लेकिन इस तरह की टीमें प्रत्येक वर्ष गठित होती है। परीक्षा के समय नकल पर किसी भी तरह की पाबंदी नहीं लग पाती है और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता है।

शासन के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा 2018 के लिए अॉनलाइन डाटा भेज दिया गया है। हर कॉलेज की गूूगल मैपिंग हुई थी। इसके बाद अॉनलाइन डाटा भेजा गया। अब असलियत क्या है इसकी परख के लिए इलाहाबाद बोर्ड के अधिकारियों के निर्देष पर 34 टीमें बनाई गई है। यह टीम स्कूलों का स्थलीय निरीक्षण कर सही जानकारी एकत्र कर रिपोर्ट प्रेषित करेगी। इसके बाद परीक्षा केन्द्रों की फाइनल सूची बोर्ड को भेजी जाएगी।

इस बार परीक्षा केन्द्रों के लिए कई नए नियम बनाएं गए है। जैसे-सड़क की स्थित कैसी है, स्कूूल में जनरेटर है कि नही, कंप्यूटर है कि नहीं। वहीं सन् 2017 की बोर्ड परीक्षा में सामूहिक नकल व सींटिग प्लान को लेकर नोटिस तो नहीं दिया गया, लेकिन इन सभी बिंदुओं की पड़ताल होनी है। अमूमन जो भी अॉनलाइन डाटा भेजा गया है, वह फौरी है। कुछ बिंदुओं पर दी गई जानकारी अधिकारियों के गले नहीं उतर रही है। इस कारण स्थलीय निरीक्षण का आदेश दिया गया है। सदर क्षेत्र में 10 राजकीय, 11 वित्तपोषित व 65 वित्तविहीन स्कूल है।

इनकी जांच के लिए नौ सदस्यों की टीम बनाई गई है। टीम में स्मिता मिश्रा, राम प्रवेश मिश्रा, डॉ. महेन्द्र सिंह, अर्चना दिवाकर, अर्शी बानों, रश्मी वर्मा, हरिओम त्रिपाठी, आदित्य मोहन सोनी व विष्वनाथ प्रसाद रावत है। लालगंज में 60 स्कूल है। इनमें राजकीय पांच, वित्तपोशित 15 व वित्तविहीन 40 स्कूल है। इन स्कूलों की जांच के लिए 6 षिक्षक-षिक्षिकाएं लगाई गई है। टीम में राम सजीवन, ममता पाल, कस्तूरबा सचान, स्वतंत्र बहादुर सिंह, विनोद त्रिपाठी,नीरज निरंजन षामिल है।

डलमउ में 38 स्कूल है। इनमें दो राजकीय, पांच वित्तपोशित व 29 वित्तविहीन है।इन स्कूलों की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम बनाई गई है। टीम में सुरेश मिश्रा, राजिश राम, जय सिंह, माला श्रीवास्तव व समरजीत यादव शामिल है। इनमें चार राजकीय, चार वित्तपोशित व 30 वित्तविहीन है। यहां पर चार सदस्यीय टीम लगाई गई है। टीम में इंद्रमणि शुक्ला, संदुरी देवी, विनोद कुमार, रेखारानी सिंह है। सलोन में 44 स्कूल है। इनमें सात राजकीय,तीन वित्तपोशित व 37 वित्तविहीन है।

जांच के लिए गठित पांच सदस्यीय टीम में रजनीश प्रकाश तिवारी , राजेश कुामर यादव , विनोद कुमार, प्रियंका सिंह और विकास तिवारी शामिल है। महाराजगंज में 46 स्कूल है। यहां पर छह राजकीय, छह वित्तपोशित व 34 वित्तविहीन है। जांच को पांच सदस्यीय टीम में सुमन दीक्षित, बृजेश तिवारी, मीनाक्षी त्रिपाठी, नमिता सिन्हा, सुलेखा पांडेय को षामिल किया गया है। वहीं, राघवेंद्र सिंह रिपोर्ट का संलन करेगें ।

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