29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इतवारी बाजार में फटा सिलेंडर, मुर्गा दुकान में रखे कई मुर्गों के चिथड़े उड़े, पास रखे साइकिल भी हुए दो टुकड़े

- आग लगते ही वहां उपस्थित लोग जान बचाने भाग गए थे दूर, नहीं तो हो जाता बड़ा हादसा

2 min read
Google source verification
इतवारी बाजार में फटा सिलेंडर, मुर्गा दुकान में रखे कई मुर्गों के चिथड़े उड़े, पास रखे साइकिल भी हुए दो टुकड़े

रायगढ़. रविवार दोपहर इतवारी बाजार में अचानक गैस का सिलेंडर फट जाने से बाजार में अफरा-तफरी मच गई। सिलेंडर फटने से हुई तेज आवाज के बाद बाजार में दहशत का माहौल रहा। इस दुर्घटना में कोई जान-माल का नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन धमाके से मुर्गा दुकान में रखे कई मुर्गों के चिथड़े उड़ गए तो वहीं दीवार भी क्षतिग्रस्त हो गई है।

जानकारी के मुताबिक इतवारी बाजार में पीछे की तरफ मटन, चिकन और मछली आदि के व्यापारियों को जगह दी गई है। यहां पर विनोद सिंह और भास्कर दास नाम के युवकों ने भी अपनी मांस की दुकान लगाई है। यह अपने साथ एक छोटा सिलेंडर लेकर आए थे और दोपहर करीब सवा तीन बजे गैस में पानी गर्म कर रहे थे। इसी दौरान अचानक सिलेंडर में आग लग गई। आग इतनी तेज भड़क गई कि लोग अपनी-अपनी दुकाने छोड़कर भाग गए। थोड़ी ही देर में सिलेंडर तेज धमाके के साथ फट गया और इससे कुछ पल के लिए पूरा इतवारी बाजार दहल गया।

Read More : Breaking : रात में लधुशंका के लिए बाहर निकले रिटायर्ड फौजी को दंतैल हाथी ने सूंड़ से लपेटकर पटका, फिर कुचल कर मार डाला

सिलेंडर फटने वाले स्थाने लगभग 200 मीटर दूर जाकर अलग-अलग दिशा में सिलेंडर के दो टुकड़े गिरे थे वहीं सिलेंडर फटने वाले स्थान के पास रखी साइकिल के दो टुकड़े हो गए तो कई मुर्गों के चिथड़े हो गए। इतना ही नहीं इतवारी बाजार के पीछे बनी दीवार भी क्षतिग्रस्त हो गई है। लोगों का कहना है कि धमाका इतना तेज था कि यदि कोई नजदीक होता तो उसकी जान चली जाती। जिस दुकान में धमाका हुआ उसके ऊपर लगी तिरपाल पूरी तरह से फट गई।

बाजार के बीच कैसे पहुंचा सिलेंडर
सिलेंडर फटने की इस दुर्घटना में कई लोगों की जान जा सकती थी और इसके लिए पूरी तरह से जिला प्रशासन जिम्मेदार होता। नियमानुसार छोटे सिलेंडर का उपयोग अमानक बताया गया है। गैस उत्पादक कंपनियां अपने यहां अलग-अलग साइज के छोटे बड़े सिलेंडर देती हैं वहीं मान्य होते हैं, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के चलते अमानक सिलेंडर खुलेआम बाजार में बिक रहे हैं और उनमें गैस रिफिल भी की जा रही है।