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अद्भूत बछड़े को देखने उमड़ रही लोगों की भीड़

टारपाली में गाय ने एक आंख के बछडे को जन्म

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अद्भूत बछड़े को देखने उमड़ रही लोगों की भीड़

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रायगढ़. जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर ग्राम टारपाली में एक गाय ने ऐसे बछडे को जन्म दिया है, जिसका आंख नाक के ऊपर है और मूंह में भी काफी बदलाव है, इसकी जानकारी लोगों को होते ही देखने वालों भी भीड़ जुट रही है। वहीं ग्रामीण इसे भगवान शंकर का रूप मान रहे हैं तो वहीं डाक्टर इसे जनेटिक डिफेक्ट बता रहे हैं।
इस संंबंध में मिली जानकारी के अनुसार ग्राम टारपाली में इन दिनों लोगों के लिए एक गाय ने रहस्यमय बछड़े को जन्म दिया है। इसे देखने के लिए लोग काफी उत्सुकुता से पहुंच रहे हैं। गांव के आसपास के लोगों का भी तांता जुट रहा है। दरअसल टारपाली गांव के कृषक बाबूलाल चौहान के घर सोमवार की दोपहर गाय ने ऐसे बछड़े को जन्म दिया है। जिसकी आंखें माथे पर है, अमूमन इंसान की तरह ही बछड़े के भी दो आंखें होते है, पर इस बछड़े की आंखे जिस जगह पर होना चाहिए वहां है ही नहीं। इसकी वजह सेे उसकी नाक भी ठीक तरह सेे दिखाई नहीं दे रहा। बछड़े को जन्मे हुए दो दिन हो गए अभी तक किसी प्रकार की परेशानी तो नहीं दिख रहा है। बावजूद इसके ऐतिहात के तौर पर पशु चिकित्सक को सूचना दी गई है। फिलहाल, गाय और बछड़े की सेहत ठीक है लेकिन बछड़े के भविष्य के बारे में निश्चित तौर से कुछ नहीं कहा जा सकता है। क्षेत्र में इस तरह की यह पहला मामला है। इसकी वजह से इसे देेखने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। पूरेे क्षेत्र के लोग इस बछड़े को देखने के लिए पहुंच रहे है। कई दफा गाय के बछड़ों की दो सिर व जुड़े हुए पैदा होने की कहानी सुना व देेखा होगा, लेकिन यह अपने आप में अलग तरह का केस है। इसकी वजह से इसकी चर्चा रायगढ़ सहित आसपास क्षेत्रों में है।

क्या कहते हैं डाक्टर
इस संबंध में जब पशु चिकित्सक डॉ. दिनेश पटेल से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि यह एक जनेटिक डिफेक्ट या जन्मजात दोष कहते है। ऐसा मामला लाखों में एक देखने को मिलता है। ऐसे बछड़ों की लाइफ ज्यादा दिन की नहीं होती है। कई बछड़े तो पैदा होते ही मर जाते हैं कई एकाध सप्ताह तक ही जीवित रह पाते हैं। हलांकि यह विकृति पहले पता नहीं चलता है। अगर गाय के प्रेग्नेंसी के समय सोनोग्राफी हो तो पता चल सकता है, लेकिन यह संभव नहीं है। क्योंकि कोई भी व्यक्ति जानवरों की जांच नहीं करता है। इस कारण इसकी जानकारी पैदा होने के बाद ही पता चलता है।