RTE Admission 2025: रायगढ़ जिले में आरटीई (शिक्षा के अधिकार) कानून के तहत दूसरे चरण के चयन की प्रक्रिया में देरी होने के कारण इस बार चयनित छात्रों को कोर्स पूरा करने में काफी समस्याएं आएगी।
RTE Admission 2025: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में आरटीई (शिक्षा के अधिकार) कानून के तहत दूसरे चरण के चयन की प्रक्रिया में देरी होने के कारण इस बार चयनित छात्रों को कोर्स पूरा करने में काफी समस्याएं आएगी। विदित हो कि सीबीएससी से मान्यता प्राप्त प्रायवेट स्कूलों में नया शिक्षण सत्र अप्रैल में ही शुरू हो जाता है।
अप्रैल में करीब माह भर अध्यापन होने के बाद 15 जून से फिर से कक्षाएं शुरू होगी, लेकिन आरटीआई के दूसरे चरण के चयन प्रक्रिया पर गौर किया जाए तो 20 जून से आरटीरई का पोर्टल खुलेगा और इसमें आवेदन की प्रक्रिया होगी। दस साल का समय देते हुए 30 जून तक आवेदन लिया जाएगा।
1 जुलाई से 8 जुलाई तक उक्त आवेदनों के सत्यापन का कार्य किया जाएगा। सत्यापन पूर्ण होने के बाद आरटीई के दूसरे चरण में चयनित छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया 18 जुलाई से 31 जुलाई तक चलेगी। कुलमिलाकर देखा जाए तो जून और जुलाई का डेढ़ माह आवेदन व चयन की प्रक्रिया में निकल जाएगा। इस डेढ़ माह में स्कूलों में छात्रों को काफी अधिक कोर्स पूरा करा लिए रहेंगे। इसके बाद आरटीई के तहत चयनित छात्र स्कूल पहुंचेगे जिससे इनके सामने पहले तो ढाई माह के कोर्स को पूरा करने की चुनौती रहेगी।
आरटीई के तहत पहले आवेदन की प्रक्रिया १६ जून से शुरू होती थी, लेकिन इसमें बदलाव करते हुए अप्रैल से शुरू किया गया है। हालांकि सरकारी स्कूलों का नया शिक्षण सत्र जून से होता है, लेकिन सीबीएसी से अनुबंधित स्कूलों में नया शैक्षणिक सत्र अप्रैल से शुरू हो जाता है और इसी पढ़ाई भी तेजी से होती है।
प्रायवेट स्कूलों में नए शिक्षण सत्र के कैलेंडंर पर गौर किया जाए तो 15 जून को स्कूल रि-ओपन होने के कुछ दिन बाद ही पहला टेस्ट शुरू हो रहा है ऐसी स्थिति में यहां आरटीई के तहत पहुंचने वाले बच्चे इस टेस्ट से पूरी तरह से अनजान रहेंगे।
डीईओ रायगढ़ व्हीके वैंकट राव ने कहा की पहले चरण में करीब 17 सौ चयनित बच्चों को प्रवेश दिलाया गया है। दूसरे चरण में आवेदन 20 जून से शुरू होगी। जिसमें अंग्रेजी बच्चों को आठवां शामिल किया गया है, जुलाई से प्रवेश दिलाया जाएगा।