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मेरी मुर्गी के एक टांग के सिद्धांत पर चल रहे हैं डीजे, काम करना मुश्किल

न्यायाधीश के रवैये पर आपत्ति दर्ज करते हुए दो दिन तक लगातार कोर्ट का बहिष्कार करने का फैसला किया है।

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दो दिन तक लगातार कोर्ट का बहिष्कार करने का फैसला

न्यायाधीश के रवैये पर आपत्ति दर्ज करते हुए दो दिन तक लगातार कोर्ट का बहिष्कार करने का फैसला किया है।

रायगढ़. जिला अधिवक्ता संघ ने स्थानीय कोर्ट के न्यायाधीश खासकर सत्र न्यायाधीश के रवैये पर आपत्ति दर्ज करते हुए दो दिन तक लगातार कोर्ट का बहिष्कार करने का फैसला किया है।

बहिष्कार के पहले दिन पत्रिका से चर्चा के दौरान अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष ने कहा कि डीजे, मेरी मुर्गी के एक टांंग के सिद्धांत पर चल रहे हैं। ऐसी स्थिति में काम करना संभवप नहीं है।

अगर न्यायाधीशों के व्यवहार में परिवर्तन नहीं हुआ तो सर्व सहमति से डीजे के कोर्ट को अनिश्चितकालीन बहिष्कार करने का फैसला भी लिया जा सकता है।


रायगढ़ कोर्ट में अधिवक्ता संघ ने स्थानीय न्यायाधीशों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए दो दिन तक न्यायिक कार्य से दूरी बनाने का फैसला किया है।

बहिष्कार के पहले दिन यानी गुरुवार को अधिवक्ता संघ से जुड़े सभी वकील कोर्ट तो पहुंचे हुए थे।

पर किसी न्यायायिक अधिकारी के कोर्ट में अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई। वहीं विरोध प्रदर्शन के इस दौर में पत्रिका से चर्चा करने के दौरान अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि यह स्थिति पिछले करीब 4 माह से उत्पन्न हुई है।

जब से नए सत्र न्यायाधीश रायगढ़ में पदभार ग्रहण किए है। तब से वो अपने हिसाब से कोर्ट को चलाना चाहते हैं।

प्रकरण को जल्दी खत्म करने की बात कह स्थानीय वकील व पक्षकारों की समस्या की अनदेखी की जा रही है।

घर में किसी की मौत व तबीयत खराब होने कर स्थिति में अगर अधिवक्ता कोर्ट नहीं आ पाया तो उसे अनुपस्थित मान कर मामले को आगे बढ़ा दिया जा रहा है। जो पूरी तरह से गलत है।

सत्र न्यायाधीश, मुेरी गुर्गी के एक टांग के सिद्धांत पर चल रहे हैं। अगर उनके व्यवहार में परिवर्तन नहीं हुआ तो आगे भी कोर्ट बहिष्कार जैसे बड़े कदम उठाए जा सकते हैं।


डीजे कोर्ट का अनिश्चितकालीन बहिष्कार- संघ के अध्यक्ष सिंह ने इस बात पर भी मुहर लगाई कि अगर आने वाने दिनों में न्यायाधीश के रवैये में बदलाव नहीं हुआ तो संघ की बैठक कर सत्र न्यायाधीश के कोर्ट को अनिश्चितकाल केे लिए बहिष्कार किया जा सकता है।

जिसके लिए खुद न्यायीक अधिकारी जिम्मेदार होंगे। इसे पूरे मामले से बिलासपुर हाईकोर्ट को भी अगवत कराया जा चुका है।


कई पक्षकार उल्टे पांव लौटे घर- न्यायधीश व अधिवक्ता संघ में उपजे इस विवारद का असर गुरुवार को पक्षकारों के बीच भी देखने को मिला।

केस की सुनवाई को लेकर कई पक्षकार, अपना काम-काज छोड़कर जिला कोर्ट पहुंचे हुए थे।

पर यहां आने के बाद उन्हें वकीलों द्वारा कोर्ट का बहिष्कार करने की जानकारी मिली। उसके बाद पक्षकार उल्टे पांव घर लौटते हुए भी नजर आए।


11 को होगी बैठक, लेंगे अहम फैसला- अधिवक्ता संघ ने 7 व 8 सितंबर के अलावा 9 सितंबर को भी नेशनल लोक अदालत से दूरी बनाने का फैसला किया है।

वहीं आगे की रणनीति को लेकर 11 सितंबर को संघ की एक अहम बैठक भी आयोजित की है। जिसमेंं कुछ अहम फैसले लेने की बात कही जा रही है।