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एक माह बाद भी ४ करोड़ के मक्के बीज की खरीदी मामले में जांच नहीं हुई पूरी

कृषि विभाग जांच के नाम पर पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी में

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एक माह बाद भी ४ करोड़ के मक्के बीज की खरीदी मामले में जांच नहीं हुई पूरी

कृषि विभाग जांच के नाम पर पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी में

रायगढ़। डीएमएफ से ४ करोड़ रुपए की मक्के बीज क्रय कर वितरण करने के मामले में हुए गड़बड़ी को लेकर कलेक्टर के निर्देश पर शुरू हुई जांच अभी तक अधर में लटकी हुई है। इस मामले में कृषि विभाग के अधिकारी जांच करने के बजाए पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी में है।
जिले में तत्कालीन कलेक्टर के कार्यकाल में डीएमएफ से अनाब-सनाब राशि राशि की स्वीकृति हुई है। बिना मांग के जहां गौठानों में कृषि उपकरण की खरीदी करोड़ों रुपए की र दी गई तो वहीं फसल चक्र के नाम पर किसानों को मक्के की फसल के लिए प्रोत्साहित करने के नाम पर ४ करोड़ रुपए की राशि खर्च कर दी गई। खनिज न्यास मद से हुए इस खर्च से कुछ लाभ आम जन को मिले तो समझ में आता है लेकिन यहां तो स्थिति कुछ और ही बयां कर रही है। जिन दो वर्षों में हाइब्रिड मक्के बीज के नाम पर ४ करोड़ रुपए खर्च दिखाया गया है उन दोनो ही वर्षाे में न तो नागरिकआपूर्ति निगम में न ही मंडी में मक्के का एक दाना क्रय नहीं हुआ है, जबकि इसके पूर्व करीब तीन-चार साल से मक्के की खरीदी सेवा सहकारी केंद्रो में होती थी। कुछ क्षेत्रों में जब किसानों से इस मामले को चर्चा किया गया तो पता चला कि उनको तो मक्के का कोई हाइब्रिड बीज प्रशासन की ओर से मिला ही नहीं है। अप्रैल माह में इस मामले के सामने आने के बाद कलेक्टर ने जांच के लिए कृषि विभाग को आदेश दिया। अब कृषि विभाग इसमें जांच के बहाने पूरे मामले को ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी में है, यही कारण है कि मामला सामने आने के बाद दो माह बीत गया लेकिन अब तक जांच रिपोर्ट का अता-पता नहीं है।
९ ब्लाकों के लिए हुई थी खरीदी
वर्ष 20-21 में रायगढ़ जिले के 9 ब्लॉकों में करीब 12 हजार किसानों को 5050 हेक्टेयर में हायब्रिड मक्का बीज खरीदने का आदेश दिया गया। राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड को बीज सप्लाई करने का आदेश दिया गया। 26 अक्टूबर 2020 को 1117.20 क्विंटल मक्का बीज 17900 रुपए की दर से खरीदी गई। 1,99,97,880 रुपए का मक्का लिया गया और किसानों में बांटा गया। इसी तरह 21-22 में भी नौ ब्लॉकों के 12625 किसानों के 5050 हे. रकबा में नि:शुल्क मक्का बीज खरीदने की मंजूरी कृषि विभाग को फिर से दी गई। इसके लिए 1,99,98,000 रुपए उप संचालक कृषि के नाम पर जारी किए गए।
पूर्व में नान द्वारा की गई क्रय
२०१८-१९ में २६ किसानों ने ८२९ क्विंटल मक्का विक्रय किया था इसके बाद २०२०-२१ में करीब १९८ किसानों ने ५ हजार ६७४ क्विंटल मक्का विक्रय किया था। लेकिन हाइब्रिड बीज के वितरण के बाद एक दाना भी मक्का न तो नागरिक आपूर्ति निगम ने क्रय किया न ही मंडी में विक्रय किया गया।
वर्सन
डीएमएफ से मक्का बीज खरीदी का मामले में एसएडीओ को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इस मामले में अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं आई है।
अनिल वर्मा, उप संचालक, कृषि