जहां उनके बर्खास्तगी पर अंतिम मुहर एक-दो दिन में लगने की बात कही जा रही है। विभाग की माने तो जुलाई माह में रायपुर की सर्वे टीम ने यह पाया था कि जिले के ३९ आंगनबाड़ी केंद्र समय पर नहीं खुलते हैं। जिसकी वजह से पठन-पाठन के साथ हितग्राहियों के बीच पौष्टिक आहार का वितरण नहीं हो रहा था। सर्वे टीम ने जब महिला बाल विकास विभाग को जब इसकी जानकारी दी तो विभागीय अधिकारी को भी हैरानी हुई। जिसके बाद ही संबंधित कार्यकर्ता को नोटिस जारी कर उनका जवाब मांगा गया था। जिसके बाद ही यह कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।
Video Gallery : गणेश चतुर्थी 13 को, मूर्तिकार प्रतिमा को दे रहे अंतिम रूप, वीडियो में देखिए… सबसे अहम बात है कि विभाग ने ३९ कार्यकर्ताओं की इस लापरवाही को लेकर नोटिस जारी किया था। पर जब कार्रवाई व सेवा समाप्ति जैसे सख्त कदम उठाए जा रहे है तो उसमें सिर्फ ६ कार्यकर्ताओं के नाम ही शामिल है। जिसकी वजह से यह विषय काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि गोपनीयता भंग होने को लेकर विभागीय अधिकारी, सेवा समाप्ति वाले कार्यकर्ताओं की सूची सार्वजनिक करने से परहेज कर रहे हैं।
एक कार्यकर्ता हो गई थी बेहोश
जब विभाग ने ३९ कार्यकर्ताओं को नोटिस देकर रायगढ़ कार्यालय बुलाया था। तब इस बीच एक कार्यकर्ता, गश खा कर बेहोश हो गई थी। जिसकी वजह से उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आन पड़ी थी। हालांकि विभागीय अधिकारी उक्त कार्यकर्ता के चक्कर खा कर गिरने के पीछे गर्मी व उसकी खराब तबीयत की बात कह रहे थे। पर उनके सहयोगी नोटिस के बाद कार्यकर्ता के घबराने की बात कह रही थी।
अधिकारी निकले निरीक्षण में, कई केंद्र बंद मिले
आंगनबाड़ी केंद्र के कार्यकर्ताओं की मनमानी 5 दिन पहले उस समय भी मिली। जब विभागीय अधिकारी धरमजयगढ़ व सारंगढ़ क्षेत्र के दौरे पर थे। जहां टांडीपार, कुधरी, चंदाई, कोतरी, ग्वालिनडीह, तिल्गी व अन्य केंद्र बंद मिले। उक्त केंद्र की कार्यकर्ताओं को भी नोटिस जारी करने की तैयारी की जास रही है। जिसमें उनका जवाब मिलने के बाद उचित कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।
-आंगनबाड़ी के संचालन में मनमानी पर ६ कार्यकर्ता की सेवा समाप्त की जा रही है। विभाग ने बर्खास्तगी का पत्र तैयार कर जिला पंचायत सीईओ को भेज दिया है। जल्द ही संबंधित के खिलाफ कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा- टिकवेन्द्र जाटवर, मबावि, रायगढ़