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शहर में शुरू हुआ भाजपा का मिशन ‘कांपा’, मिशन का ये है उद्देश्य, पढि़ए खबर…

- राजनीतिक सूत्रों की माने तो कांग्रेस के मौजूदा पार्षद व पूर्व पार्षदों को तोडऩे की योजना तैयार की गई है

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शहर में शुरू हुआ भाजपा का मिशन  'कांपा', मिशन का ये है उद्देश्य, पढि़ए खबर...

शहर में शुरू हुआ भाजपा का मिशन 'कांपा', मिशन का ये है उद्देश्य, पढि़ए खबर...

रायगढ़. विधानसभा चुनाव की रणभेरी बजना शेष, लेकिन इस रण में जाने से पहले ही प्रतिद्वंदी को हताश और निराश कर कमजोर करने के लिए ताना-बना बुनना शुरू हो गया है। जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार शहर में मिशन कांपा (कांग्रेसी पार्षद) लांच किया गया है। इसका एक उदाहरण कांग्रेस पार्षद को भाजपा में शामिल करने का मामला है। हालांकि यह फार्मूला एक रात में ही फेल हो गया। यह पहला मामला था वहीं इसके बाद एक के बाद एक झटके देते हुए विपक्ष को तोडऩे की पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली गई थी।

राजनीतिक सूत्रों की माने तो कांग्रेस के मौजूदा पार्षद व पूर्व पार्षदों को तोडऩे की योजना तैयार की गई है। इस बात की पुष्टि स्वयं पार्षद व पूर्व पार्षद कर रहे हैं। इसमें पूर्व पार्षद संजना शर्मा से भी संपर्क साधा गया। बताया जा रहा है कि कुछ भाजपाई पूर्व पार्षद के घर पहले तो लगातार बैठकी जमाए। इसके बाद उन्हें भाजपा में शामिल होने का आफर पेश किया गया। आफर पेश करने के साथ अपने संबंधों की दुहाई भी दी गई, लेकिन पूर्व पार्षद की ओर से भाजपा में जाने से इंकार कर दिया गया। इसी तरह कांग्रेस पार्षद संजय चौहान से भी कुछ भाजपाइयों ने संपर्क साधा था।

उक्त पार्षद से भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने की बात कही गई, लेकिन इस पार्षद ने भी भाजपा में जाने से इंकार कर दिया। इसके अलावा पार्षद कमल पटेल का नाम भी सामने आया। इस बात को लेकर पार्षद कमल पटेल से चर्चा की गई तो उन्होंने भड़कते हुए इससे इंकार कर दिया। वहीं उनका कहना था कि वे पिछले कई वर्षों से कांग्रेस के सच्चे सिपाही है। इस तरह की बात करने वाले सामने आए।

-मुझसे भाजपा के लोगों ने संपर्क किया था पर मैंने दो टूक कह दिया कि ये कभी संभव नहीं है, इसके बाद भी लगातार संपर्क किया गया - संजना शर्मा, पूर्व पार्षद, कांग्रेस

-भाजपा से एक मोटा-मोटा आया था मेरे पास, नाम नहीं बताउंगा, उसने मुझे भाजपा में शामिल होने का ऑफर दिया लेकिन मैंने उसे ठुकरा दिया- संजय चौहान, पार्षद कांग्रेस

-हम भाजपा से हैं हम तोड़ते नहीं जोडऩे का काम करते हैं। जो आना चाहता है हम उसका स्वागत करते हैं। कांग्रेस को तोडऩे वाली बात गलत है - जवाहर नायक, भाजपा जिलाध्यक्ष

सुबह बोला कि मन था विचलित शाम में फिर से भाजपा का साथ
रायगढ़. गुरुवार को पार्षद संदीप क्षत्रिय की पलटीबाजी फिर से जारी रही। पहले मंगलवार को कांग्रेस से भाजपा, फिर बुधवार को भाजपा से कांग्रेस वहीं गुरुवार की शाम को फिर से इस्तीफा दिया और भाजपा में शामिल हो गए। शुरुआत में पार्षद संदीप क्षत्रीय ने कहा था कि वार्ड का विकास नहीं हो रहा था इसलिए भाजपा में गए थे। वहीं गुरुवार को कांग्रेस के जेल भरो आंदोलन के दौरान कहा कि उनके वार्ड में कई कार्य स्वीकृत हो चुके हैं, लेकिन काम नहीं हो रहे हैं। इस बात को लेकर उन्हें वार्ड के लोगों को जवाब देते नहीं बन रहा है।

ऐसे में उन्होंने यह मान लिया कि सत्ताधारी दल का दामन थामने से शायद उनके वार्ड में विकास को गति मिल सके। इस बात को लेकर वे भाजपा मेें शामिल हो गए। हालांकि भाजपा में शामिल होने के बाद वे और ज्यादा व्यथित हुए और दूसरे ही दिन उन्होंने कांग्रेस पर फिर से आस्था जताई। वहीं शाम को इस कथन से पलटी मार दी और इस्तीफा देकर फिर से भाजपा का दामन थाम लिया था।

कहा तो यह भी था
शुरुआत में संदीप का कहना था कि वे विचलित होकर भाजपा की ओर झुके थे। अब ऐसा नहीं होगा। उनकी आस्था शुरू से ही कांग्रेस में रही है और आगे भी रहेगी। लेकिन ये आस्था गुरुवार की शाम को फिर से डोल गई और भाजपा में चले गए।