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आंगनबाड़ी के प्रस्तावित भूमि से कब्जा हटाने कलेक्टर के निर्देश का इंतजार

0 अधिकारियों के जानकारी में हुआ निर्माण कार्य0 अब अधिकारी बोल रहे पुलिस का लो सहारा

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आंगनबाड़ी के प्रस्तावित भूमि से कब्जा हटाने कलेक्टर के निर्देश का इंतजार

रायगढ़. बोंदाटिकरा में आंगनबाड़ी भवन के लिए प्रस्तावित भूमि पर अधिकारियों के जानकारी के आवजूद निर्माण कार्य चलता रहा, लेकिन उस पर रोक नहीं लगाया गया, अब जो जमीन बची है उसमें भी काम चालू हो गया है, जिसकी जानकारी देने पर संबंधित अधिकारी बोल रहे कलेक्टर के निर्देश के बाद कार्रवाई की जाएगी। इस बात को लेकर अब स्थानीय लोगों में आक्रोश पनप रहा है।
गौरतलब हो कि पुसौर ब्लाक के ग्राम पंचायत गढ़उमरिया के आश्रित ग्राम बोंदाटिकरा में नजूल भूमि पर आंगनबाड़ी भवन बनाने के लिए प्रस्तवित कर छोड़ा गया था, जिस पर गढउमरिया निवासी कल्पना पति अनिल तिवारी द्वारा अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य कर लिया गया है। हालांकि जिस समय से निर्माण कार्य शुरू हुआ, तब से लगातार स्थानीय लोग इसकी शिकायत जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से करते रहे, लेकिन न तो अधिकारियों ने इस पर रोक लगाने की जहमत उठाई और न ही जनप्रतिनिधि, जिसके चलते उक्त भूमि पर कमरे बन कर तैयार हो गए, वहीं कुछ भूमि पर निर्माण कार्य नहीं हुआ था, जिस पर पुसौर तहसीलदार द्वारा यह बोला गया था कि उक्त भूमि पर निर्माण कार्य मत कराना, लेकिन कब्जाधारी द्वारा यह बोलकर कब्जा किया जा रहा है कि यह भूमि हमारा है हम इस पर निर्माण करेंगे। ऐसे में अब स्थानीय लोग तहसीलदार से गुहार लगा रहे हैं तो उनका कहना है कि अब इस मामले को सुलझाने के लिए पुलिस का सहारा लो। ऐसे में स्थानीय लोगों को जिला प्रशासन की तरफ से सहयोग नहीं मिलने से आक्रोश पनप रहा है। साथ ही ग्रामीणों का कहना है कि आंगनबाड़ी भवन नहीं बनने से मासुम बच्चों को भी इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। साथ ही कार्यकर्ता व पालक भी परेशान हो रहे हैं।
अब बची भूमि पर भी कब्जा शुरू
गौरतलब हो कि विगत दिनों उक्त आंगनबाड़ी के लिए प्रस्तावित भूमि के निरीक्षण में पुसौर तहसीलदार पहुंचे थे, उस समय अवैध कब्जाधारी को यह बोलकर गए थे कि जो भूमि बची है उसपर कब्जा नहीं होना चाहिए, लेकिन अधिकारी द्वारा निर्देशित करने के बाद कब्जाधारी द्वारा फिर से काम शुरू करा दिया गया है, ऐसे में यह प्रतीत हो रहा है कि उक्त व्यक्ति को कब्जा रोकने के लिए नहीं कब्जा करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है। इसके बाद भी जिला प्रशासन की तरफ से कोई ठोस पहल नहीं हो रहा है।
क्या कहते हैं ग्रामीण
इस संबंध में स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो विगत दिनों उक्त भूमि पर काम शुरू होने पर इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दिया गया था, लेकिन उनके द्वारा यह कहा गया था कि इसकी शिकायत थाना में किया जाए, ताकि पुलिस आकर काम पर रोक लगाए, वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाता है तो अवैध कब्जा के चलते यहां का आंगनबाड़ी भवन भी लटक जाएगा, जिससे हमेशा के लिए बच्चों को परेशान होना पड़ेगा।
फाइल आने पर होगी कार्रवाई
गौरतलब हो कि इस संबंध में संबंधित अधिकारियों का कहना है कि उक्त मामले की फाइल कलेक्टर के पास कई माह पहले पुनरीक्षण में गया हुआ है, जो अभी तक वहां से नहीं निकल पाया है। ऐसे में वहां से फाइल आने के बाद जो निर्देश जारी होगा, उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी, लेकिन अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि उक्त फाईल जब तक कलेक्टोरेट से निकलेगा, तब तक उक्त भूूमि पूरी तरह से अवैध कब्जे के चपेट में आ जाएगा, जिससे कार्रवाई करने में भी जिला प्रशासन ध्यान नहीं देगा, और स्थिति जस की तस बनी रहेगी। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पडग़ा।
वर्जन
कलेक्टोरेट से उक्त प्रकरण की फाइल को मंगाया जा रहा है, उसके बाद बेदखली की कार्रवाई की जाएगी।
एन.के. सिन्हा, तहसीलदार, पुसौर