आने वाले यात्रियों को 14 दिन होम आइसोलेशन में रहना होगा। स्वास्थ्य विभाग,जिला प्रशासन और नगर निगम को प्रतिदिन फॉलोअप के आदेश दिए गए हैं। इस बार सरकार पहले से ज्यादा सतर्कता बरत रही है क्योंकि 9 महीने पहले लंदन से ही कोरोना वायरस छत्तीसगढ़ आया था।
शासन-प्रशासन द्वारा पूरी तरह से स्पष्ट किया गया है कि यूके से भारत और हवाई मार्ग, सड़क मार्ग, बस या फिर ट्रेन के रास्ते छत्तीसगढ़ आने वालों को रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर क्वारंटाइन, कोविड केयर सेंटर और गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। विदेश से आने वालों के लिए 9 नवंबर 2020 को जारी गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। रायपुर एयरपोर्ट पर सतर्कता, निगरानी गुरुवार से और भी ज्यादा बढ़ा दी जाएगी।
असल चुनौती तो आ चुके लोगों को ढूंढऩा है
मंगलवार को यूके से जो आएंगे उन्हें दिल्ली-मुंबई एयरपोर्ट पर जांच से गुजरना होगा। वहां क्वारंटाइन किया जाएगा। मगर, जो बीते 15-20 दिनों में आ चुके हैं उनका क्या? उन्हें ढूंढऩे के लिए स्वास्थ्य विभाग ने शासन-प्रशासन और पुलिस विभाग से मदद मांगी है। उनकी जानकारी अभी तक किसी के पास नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग ठीक वैसी ही कवायद कर रहा है जैसा उसने मार्च-अप्रैल 2020 में किया था। उस समय जो कम गंभीरता बरती गई, इस बार ऐसी कोई चूक नहीं करना चाहता। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि क्रिसमस और न्यू ईयर की छुट्टियों में लोग भारत आते हैं। बड़ी संख्या में लोग आए होंगे।
पत्रिका से बातचीत में बोले रायपुर जिले के शीर्ष अधिकारी
जिला प्रशासन- कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन का कहना है कि हम जीएडी की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। पूरे एहतियात बरते जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग- सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल कहती हैं कि हमारे लिए उन लोगों को ढूंढना चुनौती है, जो बाहर से आ चुके हैं। मैंने कलेक्टर सर से इस संबंध में बात की है।
‘पत्रिका’ व्यू- आप बीते 15 दिनों में यूके, साउथ अफ्रीका से लौटे हैं तो जल्द से जल्द जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) को सूचना दें। छिपाए नहीं। खुद को कुछ दिनों के लिए क्वारंटाइन करें। बाहर न निकलें। सर्दी, जुखाम, खांसी होने पर तत्काल 104 पर संपर्क करें, डॉक्टर से सलाह लें। पड़ोसी भी इन देशों से लौटकर आने वालों की सूचना देकर जिम्मेदारी निभा सकते हैं।
सभी जिलों को गाइडलाइन भेज दी गई है। सबको अलर्ट कर दिया गया है। सभी से विभाग की अपील है कि घबराएं नहीं, बस सावधानी बरतें।
-डॉ. सुभाष पांडेय, प्रवक्ता एवं संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य विभाग