आर्थिक (Financially) स्थिति खराब होने की वजह से पिता रामदास दहिया इलाज नहीं करा पा रहे हैं। उन्होंने बताया कि लगभग 50 प्रतिशत झुलसने की वजह से लगातार बच्चे (children) का स्किन ट्रांसप्लांट किया जा रहा है। जिसमें लाखों रुपए खर्च आ रहे हैं। घटना (Accident) की जानकारी होने पर बिजली विभाग (Power department) के अधिकारियों समेत कई लोगों ने मानवता दिखाते हुए मदद के लिए हाथ बढ़ाए। लेकिन भारी भरकम खर्च का हिसाब पूरा ही नहीं हो पा रहा है। थम हारकर बेबस पिता ने मुख्यमंत्री (chief minister chhattisgarh) से इलाज के लिए आर्थिक मदद की गुहार लगाई है।
दुर्घटना पर मुआवजे प्रावधान नहीं
बिजली कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि मृत्यु या अपंगता पर ही मुआवजे (Compensation) का प्रावधाना है। यदि किसी कारण से बिजली से दुर्घटना होती है। तो मेडिकल (Medical) सुविधा के लिए किसी भी तरह के मुआवजे का प्रावधान नहीं है। जिसकी वजह से बच्चे को अब तक कंपनी (Company) की तरफ से सहायता राशि नहीं मिली है।