दरअसल, आय से अधिक संपत्ति मामले में मंत्री चंद्राकर के खिलाफ ईडी की जांच शुरू हो गई है। इस पर मरवाही विधायक जोगी ने आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है कि स्वास्थ्य मंत्री चंद्राकर भ्रष्टाचर के दोषी है और छत्तीसगढ़ एेसे मंत्री होने की सजा भुगत रहा है। इस पर मंत्री चंद्राकर ने भी सोशल मीडिया पर जोगी पर पलटवार करते हुए लिखा है कि मैं अपने देश की संस्कृति से बहुत प्रेम करता हूं। मेरी सात पीढिय़ों तुच्छ स्वार्थ हेतु कभी धर्मांतरण नहीं किया। चंद्राकर ने सोशल मीडिया में जोगी पर निशाना साधते हुए यह भी लिखा है कि मुझे ईडी से कोई आधिकारिक नोटिस नहीं मिली है। अमित जोगी अभिव्यक्ति की आजादी का दुरुपयोग सोशल मीडिया के माध्यम से कर रहे हैं। उन्होंने आगे लिखा है कि सोशल मीडिया पर चलाए गए तथ्यहीन नकारात्मक बातों पर मेरी प्रतिक्रिया शून्य है। मेरी जाति कुर्मी है और मेरी नागरिकता भारतीय है।
उन्होंने यह भी लिखा है कि मुझ पर हत्या या आपराधिक षडयंत्र का एक भी मुकदमा नहीं चल रहा है। मैं कभी भी कालकोठरी में नहीं रहा हूं। इधर, जोगी ने भी मंत्री के हर कमेट का जवाब दिया है। उन्होंने लिखा है कि महिलाओं के अपमान को अपना सम्मान समझने वाले मंत्री की मानसिक दशा और स्वास्थ्य विभाग की दशा दोनों ही असंतुलित है। उन्होंने यह भी लिखा है कि मैं कुर्मी, मैं साहू, मैं आदिवासी, मैं सतनामी और मैं ब्राहम्ण। मुझमें बसा है छत्तीसगढ़वाद का कण-कण।
——————- दिल्ली के यूथ हॉस्टल में अधिकारी का परिवार, नोटिस जारी आदिवासी बच्चों के लिए दिल्ली में बने ट्राइबल यूथ हॉस्टल में जिम्मेदारी अधिकारी ने अपना निजी आवास बना लिया है। मुख्यमंत्री के जनदर्शन कार्यक्रम में इसकी शिकायत होने के बाद आदिम जाति तथा अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग ने हॉस्टल के प्रशासनिक अधिकारी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री के जनदर्शन कार्यक्रम में शिकायत की है कि हॉस्टल के एक फ्लोर का उपयोग पारिवारिक उपयोग के लिए किया जा रहा है। सीएम के निर्देश के बाद विभाग के संचालक जीआर चुरेंद्र ने हॉस्टल के प्रशासकीय अधिकारी को नोटिस भेजकर एक हफ्ते के भीतर इस पर जवाब मांगा है।