
आकाशवाणी
ताबीर हुसैन @ रायपुर। रेडियो अब वह नहीं रहा जो घर के एक कोने में बजते हुए मोहल्ले की शान हुआ करता था। रेडियो की दुनिया इंटरनेट की जद में आ चुकी है जिससे उसका दायरा पहले से बढ़ (वल्र्ड वाइड) गया है। एफएम (फ्रीक्वेंसी मॉड्यूल) ने रेडियो को एलिट क्लास तक पहुंचाया। अमूमन कार में एफएम ही बजाए जाते हैं। आकाशवाणी ने भी यह सुविधा शुरू की जिसमें विविध भारती के कार्यक्रम प्रसारित होते हैं। 12 नवंबर को लोक सेवा प्रसारण दिवस है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने एक कदम बढ़ते हुए देश के विभिन्न मिडियम वेव स्टेशन को एक एेप के जरिए लॉन्च कर दिया है। बिना किसी सरसराहट के आप दुनिया के किसी भी कोने में अपने शहर के प्रोग्राम सुन सकते हैं जिसमें रायपुर भी शामिल है। इतना ही नहीं आप आकाशवाणी रायपुर के प्रोग्राम को अब यूट्यूब पर भी सुन सकते हैं।
इसलिए मनाते हैं यह दिवस
आकाशवाणी रायपुर की उद्घोषिका प्रवीणा त्रिपाठी ने बताया कि हर साल 12 नवंबर को लोक सेवा प्रसारण दिवस मनाया जाता है क्योंकि वर्ष 1947 में इसी दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पहली और अंतिम बार आकाशवाणी दिल्ली केंद्र पहुंचे थे। राष्ट्रपिता ने विभाजन के बाद हरियाणा में कुरूक्षेत्र में अस्थायी रूप से बसे विस्थापितों को 12 नवम्बर 1947 को आकाशवाणी से सम्बोधित किया था।
वृंदावन हॉल में कार्यक्रम आज
ओल्ड लिस्नर्स ग्रुप की ओर से 12 नवंबर को वृंदावन हॉल में दोपहर 3 बजे गांधी की 150वीं जयंती और लोक सेवा प्रसारण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया है। मुख्य अतिथि लखन लाल भौर्य, कार्यक्रम प्रमुख आकाशवाणी रायपुर होंगे। अध्यक्षता अशोक बजाज करेंगे। विशेष अतिथि साहित्यकार गिरीश पंकज के अलावा सुभाष पांडे होंगे।
Published on:
12 Nov 2019 01:42 pm
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