
CG News: ईडी ने जेल भेजी गई निलंबित आईएएस रानू साहू सहित 9 अन्य आरोपियों की 21.47 करोड रुपए की संपत्ति को अटैच किया है। यह कार्रवाई डीएमएफ घोटाले से अर्जित ब्लैकमनी से खरीदी संपत्तियां बताई गई हैं। इसमें जमीन, आवासीय, परिसर, फिक्स डिपाजिट और विभिन्न बैंक में जमा रकम शामिल है।
ईडी ने बताया है कि विभिन्न धाराओं के तहत पुलिस द्वारा दर्ज तीन अलग-अलग एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की गई थी। इसमें आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने ठेकेदारों के साथ मिलकर साजिश करते हुए डीएमएफ घोटाला किया। डीएमएफ अनुबंधों को फर्जी तरीके से हासिल करने के लिए ठेकेदारों ने भ्रष्ट सार्वजनिक अधिकारियों को अनुबंध मूल्य के 15 से 42 प्रतिशत तक कमीशन और अवैध भुगतान किया। इसके इनपुट मिलने के बाद मामले की जांच मनी लॉन्ड्रिंग के तहत की जा रही थी।
ईडी ने घोटाले की जांच करने के लिए ठेकेदारों, लोकसेवकों और उनके सहयोगियों के विभिन्न परिसरों में तलाशी ली थी। इस दौरान 2.32 करोड़ नकदी और आभूषण जब्त किए गए थे। इस मामले में अब तक अपराध की कुल आय 90.35 करोड़ रुपए की अचल और चल संपत्ति शामिल है।
कोयला व डीएमएफ घोटाले में जेल भेजी गई रानू साहू और माया वारियर की ईडी की कोर्ट में पेशी हुई। इस दौरान अदालत में दोनों की न्यायिक रिमांड 17 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है। वहीं, रानू साहू के कथित सहयोगी मनोज द्विवेदी को भी कोर्ट में पेश किया गया। आरोप है कि मनोज द्विवेदी ने रानू साहू के साथ मिलकर डीएमएफ के सरकारी पैसों का गबन किया है।
डीएमएफ घोटाला मामले में इन संपत्तियों का स्वामित्व आईएएस रानू साहू, माया वारियर, राधेश्याम मिर्जा, भुवनेश्वर सिंह राज, वीरेंद्र कुमार राठौड़, भरोसा राम ठाकुर, संजय शेंडे, मनोज कुमार द्विवेदी, ऋषभ सोनी और राकेश कुमार शुक्ला की शामिल है।
Updated on:
11 Dec 2024 12:29 pm
Published on:
11 Dec 2024 12:27 pm
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