
केंद्र के प्रस्ताव पर किसान संधों के नेता आज करेंगे विचार।
रायपुर. किसान आंदोलन को लेकर पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल का विवादित (BJP MLA Controversial statement) बयान सामने आया है। अग्रवाल ने आरोप लगाते हुए कहा, किसानों के आंदोलन में अब कुछ ऐसे तत्व शामिल हो गए हैं,जो किसानों को भ्रमित कर रहे हैं। कुछ राजनीतिक पार्टियां हैं जो अपना भविष्य तलाश रही हैं। टुकड़े-टुकड़े गैंग के पोस्टर आंदोलन स्थल पर दिखाई दिए और आंदोलन में अर्बन माओवादी भी शामिल हैं।
भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में पत्रकारवार्ता में अग्रवाल ने कहा, इस कानून से मंडियां समाप्त नहीं हो रही हैं। किसानों की जमीन कोई गिरवी नहीं रख पाएगा। किसान अपना धान अपने मूल्य पर बेचने के लिए स्वतंत्र होंगे। हमारा किसानों से आग्रह है कि वे इस कानून को एक बार लागू हो जानें दें। 1-2 साल कानून के तहत होने वाले कामों को देखें। अगर, संतुष्ट न हों तो फिर तो लोकतंत्र में आंदोलन का अधिकार सबको है। एक सवाल के जवाब में अग्रवाल ने कहा, विपक्षीय दलों को जनता ने नकार दिया था, वे ही विरोध कर रहे हैं। बृजमोहन ने कई नामों को गिनाया जो देशद्रोह के मामलों में शामिल रहे।
अन्नदाता को अर्बन माओवादी कहने के लिए भाजपा माफी मांगे : कांग्रेस
कांग्रेस ने पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर पलटवार किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा, किसानों को अर्बन माओवादी कहने वाले बृजमोहन अग्रवाल खेती की इतनी समझ भी नहीं रखते है कि किसान अर्बन इलाकों में नहीं, गांवों में रहते हैं। इसके लिए अन्नदाताओं से उन्हें और भाजपा को माफी मांगनी चाहिए।
त्रिवेदी ने पूछा है कि भाजपा बताएं कि लोकसभा चुनावों में किसानों की आय दोगुनी करने का वादा भाजपा कब निभायेगी? भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा समर्थन मूल्य में की जा रही 50-50 रुपए की वृद्धि से तो किसानों की आय दोगुनी नहीं होने वाली है। अब तो समर्थन मूल्य मंडी और सरकारी धान खरीदी की पूरी व्यवस्था को मोदी सरकार समाप्त करने पर तुली है।
उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ और देश में किसानों को हो रही हरेक परेशानी के लिए भाजपा ही जिम्मेदार है। पहले मोदी सरकार से कहकर छत्तीसगढ़ के किसानों के धान से बने चावल सेन्ट्रल पूल में उपार्जन में बाधा डाली गयी। कांग्रेस सरकार ने तो अपने बलबूते पर धान की खरीद आरंभ की। इससे बौखलाकर किसानों को भड़काने और धान खरीदी केन्द्रों में अव्यवस्था फैलाने में भाजपा और रमन सिंह जैसे किसान विरोधी नेता लगे रहे। इस साल बारदाना खरीदी में केन्द्र सरकार द्वारा डाली गयी। इस कृत्य के लिये छत्तीसगढ़ में किसान कभी भाजपा को माफ नहीं करेगा।
Updated on:
15 Dec 2020 11:51 am
Published on:
15 Dec 2020 11:36 am
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