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रेडक्रॉस खून घोटाले में हुई कड़ी कार्रवाई, कर्मचारियों के खिलाफ FIR.. 2 कर्मियों को किया ससपेंड

Blood Scam In Redcross Blood Bank : रेडक्रॉस ब्लड बैंक में कोरोनाकाल के दौरान 800 यूनिट खून का घोटाला हुआ था।

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रेडक्रॉस खून घोटाले में हुई कड़ी कार्रवाई, कर्मचारियों के खिलाफ FIR.. 2 कर्मियों को किया ससपेंड

रेडक्रॉस खून घोटाले में हुई कड़ी कार्रवाई, कर्मचारियों के खिलाफ FIR.. 2 कर्मियों को किया ससपेंड

रायपुर।Blood Scam In Redcross Blood Bank : रेडक्रॉस ब्लड बैंक में कोरोनाकाल के दौरान 800 यूनिट खून का घोटाला हुआ था। पत्रिका ने अप्रैल में पूरे मामले का भंडाफोड़ किया था। इस पर जांच भी बैठी। 5 महीने बाद अब जाकर गोलबाजार थाने में मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। सुपरवाइजर आसिफ खान और लैब टैक्नीशियन मनोज टंडन को आरोपी बनाया गया है।

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कर्मचारियों ने लगाया दुर्व्यवहार का आरोप

वहीं रेडक्रॉस के 2 कर्मचारियों को भी नौकरी से निकाल दिया गया है। हालांकि, इस मामले में एक अन्य आरोपी अकाउंटेंट राजेश मिश्रा को बचाने की कोशिश की गई है। दरअसल, पत्रिका ने जब पूरे मामले का भंडाफोड़ किया था, तब अकाउंटेंट राजेश और सुपरवाइजर आसिफ ही मुख्य आरोपी थे। इन्हीं दोनों ने पूर्व मेडिकल ऑफिसर डॉ. डीवी बघेल को माफीनामा लिखकर खून बेचना स्वीकार किया था। इनमें से एक आरोपी को ही घोटाले का दोषी बताया गया है। जबकि, दूसरे को बचाने की कोशिश की गई है।

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वहीं लैब टेक्नीशियन मनोज टंडन का भी इस पूरे मामले में नाम आने से विभाग में खलबली बची हुई है। वो ऐसे कि मनोज ने जांच में बताया था कि राजेश और आसिफ के कहने पर वह ब्लड बैंक में सिर्फ पैसा लेने गया था। उसे बिलकुल भी जानकारी नहीं थी कि ये पैसा घोटाले का है।

जांच टीम ने उसे ही दोषी बना दिया है। इधर, विभाग के 2 कर्मचारियों मनीता सोनी और हितेश चंद्राकर को भी नौकरी से निकालने का मामला गरमाया हुआ है। दरअसल, मनीता बीते कई महीनों से स्वास्थ्यगत कारणों से छुट्टी पर है। जबकि, हितेश चंद्राकर खुद इस पूरे मामले में गवाह था। ऐसे में कर्मचारियों का आरोप है कि असल दोषियों को बचाने के लिए निर्दोष कर्मचारियों के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई की जा रही है।

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पुलिस करेगी कार्रवाईखून घोटाले की जांच पूरी हो गई है। मामले में 2 कर्मचारियों के खिलाफ गोलबाजार थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। आगे की कार्रवाई पुलिस करेगी।

- एमके राउत, सीईओ, रेडक्रॉस छत्तीसगढ़

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इम्पैक्ट
कर्मचारियों ने रेडक्रॉस के तत्कालीन मेडिकल ऑफिसर डॉ. सत्यनारायण पांडेय पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। इसके खिलाफ प्रदर्शन की भी तैयारी है। वहीं, जिस महिला कर्मचारी को जबरिया नौकारी से निकाला गया है, वह भी मामले को लेकर महिला आयोग जाने की तैयारी में है। कुल मिलाकर आने वाले दिनों में रेडक्रॉस ब्लड बैंक में बड़ा बवाल होना तय है।