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CG Cyber Fraud: आखिर क्या है Digital Arrest? रूम में बंद कर लूट रहे पैसे, आप भी न आएं बहकावे में नहीं तो…

CG Cyber Fraud: रायपुर शहर में डिजिटल अरेस्ट, इस शब्द का उपयोग आजकल साइबर ठग बहुत कर रहे हैं। शहर में दो और लोगों को इसी का डर दिखाकर ऑनलाइन ठग लिया गया।

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CG Cyber Fraud: छत्तीसगढ़ के रायपुर शहर में डिजिटल अरेस्ट, इस शब्द का उपयोग आजकल साइबर ठग बहुत कर रहे हैं। शहर में दो और लोगों को इसी का डर दिखाकर ऑनलाइन ठग लिया गया। देवेंद्र नगर इलाके में एक एलआईसी अधिकारी को 24 घंटे एक होटल के कमरे में रखा गया। उनके 6 लाख से अधिक ठग लिया गया।

CG Digital Arrest Fraud: दूसरे मामले में गंज इलाके में एक महिला डॉक्टर को उनके घर में ही डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) रखकर 5 लाख रुपए ठग लिया गया। पुलिस ने दोनों ही मामले में अपराध दर्ज कर लिया है। साइबर रेंज पुलिस मामले की जांच कर रही है। दोनों मामले में साइबर ठगों (Cyber Fraud) ने पीड़ितों को पुलिस और क्राइम ब्रांच में अपराध दर्ज होने का झांसा दिया। फिर बयान लेने के नाम पर वीडियो कॉल किया। इसके बाद बचने के नाम पर पैसों की मांग की।

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Cyber Fraud: दहशत ऐसी कि किसी से मदद भी नहीं मांग पाए

CG Cyber Fraud: राजेंद्र नगर इलाके में रहने वाले एक एलआईसी अधिकारी को अज्ञात नंबर से कॉल आया। उसने खुद को मुंबई के कोलाबा पुलिस थाने का स्टाफ बताया। उसने अधिकारी को बताया कि उनके मोबाइल नंबर से कई लोगों को आपत्तिजनक कॉल किया गया है। इस कारण अपराध दर्ज हुआ। इसकी जांच की जा रही है। इससे एलआईसी अधिकारी हड़बड़ा गया। इसके बाद उसी व्यक्ति ने अपने बड़े अधिकारी से वीडियो कॉल में बात कराया।

CG Cyber Fraud: कथित पुलिस अधिकारी ने एलआईसी अधिकारी को काफी देर तक बात की। उनकी निजी जानकारियां ली। इससे पीड़ित और घबरा गया। इसके बाद आरोपियों ने उन्हें कहा कि ये गोपनीय जानकारी किसी को नहीं बताना। आपको डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है। यह कहते हुए उसने वाट्सऐप पर एक डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) का वारंट भी भेजा। वारंट देखकर अधिकारी उनकी बातें मानने लगा। अगले दिन ठगों ने उनसे कहा कि घर में पूछताछ करने से सबको पता चल जाएगा। किसी होटल में जाकर रहो, वहां पूछताछ की जाएगी।

इसके बाद पीड़ित अधिकारी महेंद्र होटल में चला गया। वहां एक कमरे में 22 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक उन्हें रहने के लिए कहा गया। पीड़ित अधिकारी पूरे 24 घंटे वहां रहे। इस दौरान ठग उनसे वीडियो कॉल पर बातचीत करते रहे। इससे बचने के लिए पीड़ित से 6 लाख 50 हजार रुपए मांगे। अधिकारी ने उतनी राशि आरोपियों के बताए खाते में जमा करवाया। इसके बाद उसे जाने दिया गया।

क्राइम ब्रांच में अपराध दर्ज होने का डर दिखाया

गंज इलाके में रहने वाले एक महिला डॉक्टर भी डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) के नाम ठगी का शिकार हो गई। उनके पास साइबर ठगों ने नागपुर क्राइम ब्रांच के नाम पर फोन किया। उनसे कहा कि आपका मोबाइल सिम बार-बार बंद हो रहा है। महिला डॉक्टर ने बताया कि सिम बंद हो रहा है। इसके बाद ठगों ने बताया कि एक अपराध में उनके मोबाइल नंबर का इस्तेमाल हुआ है।

इस कारण उस नंबर को ट्रेस किया जा रहा है। इस सिलसिले में पूछताछ की जाएगी। महिला डॉक्टर घबरा गईं। उन्हें आरोपियों ने वीडियो कॉल किया और डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) करने की जानकारी देते हुए उन्हें घर में ही रहने की हिदायत दी। इसके बाद उनसे 5 लाख रुपए की मांग की। महिला डॉक्टर ने उन्हें 5 लाख रुपए दिए। दोनों मामलों में पुलिस ने अपराध दर्ज किया है।

हिरासत में दो साइबर ठग

पंडरी इलाके में महिला से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर हुई लाखों की ठगी के मामले में पुलिस ने दो ठगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। बताया जाता है कि उनके और भी साथी रैकेट में हैं, जो डिजिटल अरेस्ट के नाम पर लोगों को ऑनलाइन ठग रहे हैँ। आरोपियों ने पूरी राशि चार राज्यों के बैंक खातों में ट्रांसफर किए हैं।