
CG Mob Lynching Case: आरंग में मॉब लिंचिंग मामले की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है। पुलिस ने जांच के दौरान परििस्थतिजन्य साक्ष्यों के आधार पर मारपीट करने वालों के खिलाफ हत्या का अपराध भी दर्ज कर लिया है। इससे पहले धारा 304, 307, 34 के तहत अपराध दर्ज किया था। दूसरी ओर हमले में घायल तीसरे युवक की हालत भी गंभीर हो गई है।
उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीन दिन बाद भी उसकी िस्थति सामान्य नहीं हुई है। मल्टीपल इंज्यूरी के चलते उसकी िस्थति में सुधार नहीं हो रहा है। इसी के चलते उसका बयान भी नहीं हो पा रहा है। बता दें कि शुक्रवार की रात अज्ञात युवकों ने महानदी पुल (CG Mob Lynching Case) पर ट्रक सवार चांद मियां, गुड्डू खान और सद्दाम को रोक लिया था। मवेशी तस्करी के शक में तीनों से जमकर मारपीट की। इससे चांद और गुड्डू की मौत हो गई। सद्दाम बुरी तरह से घायल हो गया है। पूरे मामले की जांच के लिए ग्रामीण एएसपी कीर्तन राठौर के नेतृत्व में एसआईटी बनाई गई है।
अस्पताल में भर्ती सद्दाम के भाई शोएब ने बताया कि घटना वाली रात करीब 2 बजे उसे चांद का कॉल आया। उसने बताया कि कुछ लड़के उनका पीछा कर रहे हैं। उनके ट्रक के टॉयर को पंचर कर दिए हैं। करीब 2 मिनट बात करने के बाद सद्दाम का कॉल कट गया। कुछ देर बाद फिर सद्दाम का कॉल आया। उसमें सद्दाम मारपीट होने, हाथ-पसली टूटने और पानी मांग रहा था।
मारपीट होने की आवाज और शोर भी आ रहा था। करीब 20 मिनट ऐसा ही चलता रहा। इसके बाद सद्दाम की आवाज बंद हो गई। उसका (CG Mob Lynching Case) मोबाइल चालू ही रहा। 51 मिनट तक शोरशराबे की आवाज आती रही। इसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। परेशान होकर हम लोगों ने सुबह करीब 5 बजे चांद के मोबाइल पर कॉल किया, तो आरंग पुलिस ने उठाया।
मामले में अब तक मारपीट करने वाले युवकों का पता नहीं चल पाया है। दरअसल मारपीट करने वाले कथित गोसेवक बताए जा रहे हैं। पुलिस घटना स्थल और मेनरोड से लगे सीसीटीवी कैमरे और फुटेज खंगाल रही है। कुछ संदेहियों से भी पूछताछ की जा रही है। तकनीकी जांच भी की जा रही है। हालांकि (CG Mob Lynching Case) अब तक आरोपियों का कुछ पता नहीं चल पाया है। रायपुर में इस तरह की पहली बार घटना हुई है।
Published on:
10 Jun 2024 09:09 am
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