
CGBSC Board Exam 2024 : सीजी बोर्ड के स्कूलों में दसवीं-बारहवीं बोर्ड के प्रैक्टिकल परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। ये परीक्षाएं हर हाल में 31 जनवरी तक कंप्लीट करानी होंगी। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस बार स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे बोर्ड कक्षाओं के प्रैक्टिकल का रेकॉर्ड 6 महीने तक सुरक्षित रखें।
इस फैसले के पीछे बड़ा कारण रिजल्ट जारी होने के बाद बच्चों और टीचर्स का परेशान है। दरअसल, रिजल्ट जारी होने के बाद कई बच्चे ये आरोप लगाते हैं कि रिटन एग्जाम में उन्हें अच्छे नंबर मिले। केवल प्रैक्टिकल में ही कम अंक आए। ऐसे में प्रैक्टिकल में गलत तरीके से जांच की गई है।
कई बार तो शिक्षक ही ये मानते हुए प्रैक्टिकल के अंक में सुधार की मांग करते हैं कि उन्होंने गलती से दूसरे बच्चे के नंबर दूसरे को दे दिए हैं, य फिर प्रेजेंट बच्चे को अब्सेंट बता दिया गया है और अब्सेंट बच्चे को प्रेजेंट। इसी तरह की शिकायतों का निपटारा करने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने फैसला लिया है कि स्कूलों को अब प्रैक्टिकल का रेकॉर्ड 6 महीने तक सुरक्षित रखना होगा। ताकि, गलत नंबर देने की बात आती है तो स्टूडेंट्स के प्रोजेक्ट्स की दोबारा जांच की जा सके।
प्रैक्टिकल को चुनौती दी तो अब ऐसे की जाएगी जांच: अभी कोई बच्चा या टीचर प्रैक्टिकल के मार्क्स को चुनौती देेता है तो पेपर-प्रोजेक्ट को खोजना पड़ जाता है। कई बार पेपर-प्रोजलेक्ट मिल जाते हैं। ज्यादातर बार नहीं मिलते। ऐसे में उन्हें दोबारा मार्किंग करना बड़ी चुनौती साबित होता है।
माशिमं के नए फैसले के बाद अब अगर कोई बच्चा या टीचर प्रैक्टिकल के नंबर को गलत बताता है तो स्कूलों के पास इसका रेकॉर्ड होगा। दोबारा प्रोजेक्ट्स की जांच की जाएगी। इसके बाद नंबर दिए जाएंगे।
चूक गए तो दूसरा मौका नहीं
माशिमं ने स्पष्ट कर दिया है कि सभी परीक्षार्थियों को प्रैक्टिकल के प्रोजक्ट्स अनिवार्य रूप से जमा करने होंगे। अगर कोई स्टूडेंट प्रोजेक्ट जमा नहीं करता है तो उसे दोबारा मौका नहीं दिया जाएगा। वहीं स्कूलों के लिए भी एक निर्देश जारी किया गया है। इसके मुताबिक वे बाह्य परीक्षक नियुक्त नहीं कर सकेंगे। वही परीक्षक बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं ले सकेंगे जिन्हें शिक्षा विभाग की ओर से नियुक्त किया गया है। बाह्य परीक्षकों को मान्य नहीं किया जाएगा। न ही इनके द्वारा ली जाने वाली परीक्षाओं को मान्य किया जाएगा।
दसवीं-बारहवीं बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। रेकॉर्ड नहीं मिलने से रिजल्ट जारी होने के बाद परेशानी होती है। ऐसे में स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि प्रैक्टिकल के रेकॉर्ड 6 महीने सहेजकर रखें।
- वीके गोयल, सचिव, माध्यमिक शिक्षा मंडल
Published on:
19 Jan 2024 04:44 pm
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