
छठ महापर्व के चौथे और समापन के दिन व्रतियां सूर्योदय होने से पहले ही घाट और तालाबों में एकत्र हो गई हैं। सभी उगते सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार की खुशहाली और समृद्धि की कामना कर रही हैं।

राजधानी रायपुर, दुर्ग-भिलाई, बस्तर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में छठ व्रती महिलाओं ने शुक्रवार की सुबह उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर इस महापर्व का समापन किया।

बड़ी संख्या में व्रती महिलाएं उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए छठ घाटों और तालाबों पर पहुंची। यहां व्रती महिलाओं ने स्नान के बाद भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। सभी ने अपने और अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।

इससे पहले व्रती महिलाओं ने गुरुवार की शाम अलग-अलग घाट और तालाबों पर डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया।

छठ पर्व के दौरान घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया था, और व्रतियों ने सूप, दउरा, बांस की डोकरी में प्रसाद रखकर तालाब में कमर तक पानी में खड़े होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया।