ये भी पढ़ें : CG Election 2018: कांग्रेस में आवेदन, तो भाजपा में पारंपरिक तरीके से मिलेगा टिकट इस तरह की पोस्ट पर पार्टी में बवाल मचा हुआ है। अलग-अलग धड़े इसको लेकर सक्रिय हो गए हैं। बताया जा रहा है कि संगठन में पद नहीं मिलने से मिश्रा नाराज हैं। यह नाराजगी इस रूप में सामने आई है। पूछे जाने पर आनंद मिश्रा ने पत्रिका को बताया, वे अपनी बात पार्टी फोरम में रखेंगे।
ये भी पढ़ें : CG Election 2018: जब अपने खिलाफ हो रहे धरने में पहुंच गए थे मोहन भैया उनका कहना था, प्रदेश अध्यक्ष के बारे में अब सबको पता चल गया है। मीडिया विभाग के पूर्व अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा के कार्यकाल में आनंद मिश्रा को प्रदेश कांग्रेस का प्रवक्ता बनाया गया था। बाद में जब शर्मा की जगह शैलेष नितिन त्रिवेदी को संचार विभाग मिला तब मिश्रा का नाम प्रवक्ताओं की सूची से हट गया।
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भाजपा प्रवक्ता शिवरतन शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के एक पूर्व प्रवक्ता आनंद मिश्रा ने जिस तरह पीसीसी प्रमुख पर पैसे लेकर पद और टिकट बांटने के आरोप लगाए हैं, उससे आम कांग्रेसियों की यह धारणा मुखर हुई है कि कांग्रेस में पैसे लेकर पद और टिकट बांटने की संस्कृति फल-फूल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष अपने कार्यकर्ताओं का भरोसा खो चुके हैं।