
रायपुर. छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में कोरोना संक्रमण (COVID cases increased rapidly in CG) फिर से पैर पसारने लगा है। संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ज्यादा से ज्यादा सैंपल जांच कर संक्रमण के प्रसार को रोकने में जुटा हुआ है, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है। स्वास्थ्य विभाग की अपील के बाद भी लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन नही कर रहे हैं। राजधानी का अवंति बिहार, अमलीडीह न्यू और पचपेड़ी नाका कोरोना वायरस के नए हॉटस्पॉट बन गए हैं।
शहर के 23 क्षेत्र रेड जोन में हैं यानि यहां पर संक्रमण फैलने का ज्यादा खतरा है और यहां पर करीब-करीब रोजाना नए संक्रमित मरीजों की पहचान हो रही है। स्वास्थ्य विभाग ने 28 फरवरी से 9 मार्च तक का शहरी क्षेत्रों में मिलने संक्रमित मरीजों का एक रिपोर्ट जारी किया है। रिपोर्ट में 23 एरिया रेड तथा 16 येलो जोन में हैं। अवंति बिहार में सबसे ज्यादा 41 नए मरीजों की पहचान की गई है। वहीं अमलीडीह न्यू में 38 और मोवा में 32 नए मरीज मिले हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि संक्रमण के फैलाव को रोकने अधिक से अधिक सैंपल जांच किया जा रहा है। आरटी-पीसीआर, ट्रू-नॉट और एंटीजन किट से जांच हो रही है। 3600 सैंपल जांच के लक्ष्य को बढ़ाकर 4200 कर दिया गया है। कुछ लोग अभी भी जांच कराने से कतरा रहे हैं, जो संक्रमण के प्रसार का कारण बन रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना तो लोग भूल ही चुके हैं।
21 से 30 वर्ष के ज्यादा संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, 10 दिनों में सबसे ज्यादा 21 से 30 वर्ष के लोग सबसे ज्यादा संक्रमित हुए हैं। इनकी संख्या 173 है। वहीं, 31 से 40 वर्ष वाले 160 तथा 41 से 50 वर्ष वाले 133 हैं। शून्य से दस वर्ष वालों 29 हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि किसी ना किसी काम से सबसे ज्यादा घर से बाहर 21 से 30 तथा 31 से 40 वर्ष वाले निकलते हैं। इन्हें सबसे ज्यादा खतरा रहता है फिरभी यह मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने से कतराते हैं।
57 फीसदी पुरुष तो 43 फीसदी महिला संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में विगत दस दिनों में जितने नए मरीजों की पहचान हुई हैं उसमें 57 फीसदी पुरुष तथा 43 फीसदी महिलाएं शामिल हैं। पुरुष की लापरवाही के कारण ही महिलाएं संक्रमित हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना संक्रमण को रोकने का सबसे आसान उपाय यह है कि सर्दी, खांसी, बुखार आदि कोई भी लक्षण दिखें तो तत्काल जांच कराएं और चिकित्सक की सलाह से ही कोई भी दवाई लें।
शहर में रेड जोन वाले एरिया (10 दिनों में मिले मरीज)
अवंति बिहार (41), अमलीडीह न्यू (38), पंचपेडीनाका (32), मोवा (27), समता कॉलोनी व रामकुंड (26), डंगनिया व डीडी नगर (25), शंकरनगर न्यू (24), राजेंद्र नगर (22), कबीरनगर व मारूति (21) खमारडीह (21), कटोरातालाब (20), टाटीबंध (16), देवेंद्रनगर (15), कोटा (15) भटगांव (15) हीरापुर (15) बोरियाखुर्द (14) चंगोराभाठा (13), रायपुरा (13) शैलेंद्रनगर टैगोरनगर (15) सड्डू व दलदल सिवनी (12) तेलीबांधा (11) सदर बाजार (10)।
येलो जोन
प्रोफेसर कॉलोनी (9), आमापारा (9), डब्ल्यूआरएस कॉलोनी (7), बैरनबाजार (7), मेकाहारा के समीप (7), सीजी नगर (7), टिकरापारा (6), पुरानी बस्ती (6), एम्स और आमानाका (6), गुढियारी (6), आमासिवनी (6), सुंदरनगर (5), खमतराई श्रीनगर (5), कचना (5), मठपुरैना (5), भाटापारा (5)।
रायपुर के सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल ने कहा, अवंति बिहार, अमलीडीह न्यू और पचपेड़ी नाका समेत कई क्षेत्र में रोजना मरीज मिल रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से संक्रमण रोकने का पूरा प्रयास किया जा रहा है, लेकिन लोगों को भी इसमें सहयोग करना चाहिए। संक्रमण का खतरा अभी समाप्त नही हुआ है इसलिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है।
मेडिकल कॉलेज माइक्रोबायोलॉजी (कम्युनिटी मेडिसिन) के एचओडी डॉ. निर्मल वर्मा ने कहा, स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स, 60 से अधिक उम्र वाले तथा 45 के पार को-मार्बिड लोगों को कोरोना टीका लगाया जा रहा है। सामान्य लोगों तक टीका पहुचंने में अभी समय लगेगा, इसलिए मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग ही फिलहाल वैक्सीन है। सर्दी-खांसी व अन्य लक्षण दिखते ही तुरंत जांच करानी चाहिए।
जिले में 10 दिनों में मिले मरीज
28 फरवरी- 59
1 मार्च- 72
2 मार्च- 68
3 मार्च- 88
4 मार्च- 67
5 मार्च- 98
6 मार्च- 98
7 मार्च- 66
8 मार्च- 96
9 मार्च- 161
Published on:
11 Mar 2021 03:46 pm
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