लक्षण वाले मरीजों की संख्या में आई गिरावट की वजह से सरकारी अस्पतालों में बेड खाली हैं। एक समय था, जब सरकारी अस्पतालों में एक भी बेड उपलब्ध नहीं थे तो सरकार को निजी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती किए जाने का आदेश देना पड़ा था। इसके लिए जिलों को ए, बी और सी केटेगरी में बांटकर बेड शुल्क निर्धारित किए गए थे। ताकि मरीजों के साथ लूट-पाट नहीं हो सके।
रायपुर के कोविड केयर सेंटरों की स्थिति- संस्थानों में संचालित- कुल बेड- भर्ती मरीज संख्या
शासकीय आयुर्वेद कॉलेज रायपुर- ४००- ० आयुष विश्वविद्यालय, नवा रायपुर- ४३०- ०
एचएनएलयू, नवा रायपुर- ५००- ० प्रयास संस्थान, सड्डू- ३००- ०
संस्थानों में संचालित- कुल बेड- भर्ती मरीज संख्या कोरोना केयर सेंटर, कचांदुर- 854- ०
बीएसएफ आइसोलेशन- 100- ० आजाद कोविड केयर सेंट्रल-2- 55- ०
आईसोलेशन लाईवलीहुड- १६०- ०
कोविड केयर सेंटर, झीट- 40- ० रायगढ़ के कोविड सेंटर की स्थिति- जीआईटी, पांजीपथरा- २००- ०
(नोट- सरकारी वेबसाइट में उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक। रायपुर ४, भिलाई के ३ और रायगढ़ के २ कोविड सेंटर में मरीजों का इलाज अभी जारी हैं।)
होम आईसोलेशन में मरीजों के स्वस्थ होने की दर अधिक पाई गई है। मरीज कम हैं इसलिए कुछ कोविड केयर सेंटर में एडमिशन जीरो है। जरूरत पड़ी तो उन्हें दोबारा खोला जा सकता है।