
Crime News: छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो यानी ACB की कार्रवाई लगातार जारी है। एसीबी ने मंगलवार को महासमुंद जिले की पिथौरा तहसील ऑफिस में छापामार कार्रवाई की। इस दौरान टीम ने कानूनगो अधिकारी को 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। इतना ही नहीं तहसील के बाबू ने बतौर रिश्वत न सिर्फ पैसे मांगे बल्कि बकरे की भी डिमांड आवेदक से कर दी।
जमकारी के मुताबिक, एंटी करप्शन ब्यूरो ने महासमुंद के पिथौरा स्थित तहसील कार्यालय के लिपिक माइकल पीटर को 25000 रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। आरोपी लिपिक ने अपने ही विभाग के निलंबित कोटवार को बहाल करने के एवज में 50,000 रुपए और एक बकरा रिश्वत में मांगा था। कोटवार ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो रायपुर में कराई थी।
साथ ही बताया कि वह ग्राम आरबी. चीफ मेन में कोटवार के पद पर पदस्थ है। कुछ दिन पहले उनका निलंबन हुआ था। बहाली के लिए आवेदन प्रस्तुत करने पर कानूनगो शाखा के माइकल पीटर द्वारा 50,000 रुपए रिश्वत एवं एक बकरे की भी मांग की गई थी। शिकायत का सत्यापन के बाद मंगलवार को ट्रेप कर आरोपी लिपिक माइकल पीटर को रिश्वती रकम की पहली किस्त 25,000 रुपए लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। प्रकरण में आरोपी के खिलाफ धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के अनुसार आरोपित बाबू माईकल पीटर के बेटे की शादी 28 दिसंबर को है। शादी की पार्टी के लिए कोटवार से रिश्वत के रूप में एक बकरा मांगा था। वहीं, चार बकरे और खोजने के लिए कहा गया था। ऐसा नहीं करने पर बहाली रोकने की बात कही गई थी।
Published on:
18 Dec 2024 09:10 am
बड़ी खबरें
View Allरायपुर
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
