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CRPF: शहीद की बहन की शादी में भाई बनकर सामने आई पूरी बटालियन, कहा- हर मोड़ पर हैं तुम्हारे साथ

शहीद सीआरपीएफ जवान राकेश की दो बहनों के विवाह का खर्च मिलकर उठाया बैच के दोस्तों ने

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CRPF Shaadi

शहीद की बहन की शादी में भाई बनकर सामने आई पूरी बटालियन, कहा- हर मोड़ पर हैं तुम्हारे साथ

दोरनापाल. मौत भी जुदा न कर सकी सीआरपीएफ के इन जवानों की दोस्ती। माओवादी मोर्चे पर साथी जवान राकेश चौरसिया शहीद हुए तो अपनी तीन बहनों की धूमधाम से विवाह करने की उनकी अधूरी ख्वाहिश साथी जवानों ने पूरा करने का बीड़ा उठाया।

ये जवान दो बहनों की शादी करा चुके हैं। इन्होंने तीस अप्रैल को मंझली बहन आरती की शादी धूमधाम से कराई। जवानों ने शादी के लिए पांच लाख रुपए की राशि खुद से इकठ्ठा कर राकेश के परिवार को दी। ये सभी जवान ड्यूटी से छुट्टी लेकर शादी में भी शरीक भी हुए। राकेश की बहन प्रतिमा, प्रभा, आरती व भाई सुरेश ने बताया, पहले उनके एक ही बड़े भैया राकेश थे। उनके शहीद होने के बाद परिवार की स्थिति भी कमजोर हुई। लेकिन अब एक भाई की जगह हमारे पास कई भाई हैं। उनके साथी दोस्त हमेशा परिवार का हाल पूछते रहते हैं। हर सुख-दुख में वे साथ खड़े होते हैं। इनके होने से भाई की कमी नहीं खलती।

राकेश को मिला था वीरता मेडल : माओवादियों मोर्चे पर शहीद जवान राकेश चौरासिया को राष्ट्रपति ने प्रशस्ति पत्र व डीजी वीरता मेडल से नवाजा गया था। शहीद जवान की माता शोभारानी व पिता ज्ञानदास चौरासिया को यह अवार्ड सौंपा गया।

सीआरपीएफ जवानों ने बताया, बिहार के महोबा, मलकपुरा के रहने वाले जवान राकेश अक्सर अपनी बहनों की बात किया करते थे। उसकी इच्छा थी कि वह तीनों बहनों की धूमधाम से शादी कराएं। लेकिन उनकी इच्छा पूरी हो पाती इससे पहले ही वे मुठभेड़ में शहीद हो गए। लेकिन साथी जवानों ने राकेश की इस ख्वाहिश को पूरा करने का बीड़ा उठा लिया। ये साथी हैं डिप्टी कमांडेंट अजय साहा, राजदीप गुप्ता, पंकज मोदी, प्रकाशचंद बदोलिया, विनय कुमार दीपक तिवारी।

दोस्ती की यह कहानी है सीआरपीएफ के ३८ बैच की, जो कादरपुर गुडग़ांव कैम्प से शुरू हुई। 38 बैच के 177 अफसर 27 दिसम्बर 2006 को पास आउट होने के बाद माओवाद प्रभावित सुकमा के सबसे संवेदनशील क्षेत्र चिंतागुफा मेंं तैनात हुए। परिवार से दूर यह जवान अपना हर सुख-दुख साथ बांटते रहे। इस बीच 18 सितम्बर 2009 को चिंतागुफा थाना क्षेत्र के सिंघनमडग़ु में ऑपरेशन के दौरान माओवादियों से मुठभेड़ में सीआरपीएफ के दो अफसर एम. मनोरंजन व राकेश चौरासिया शहीद हो गए।