
G News: छत्तीसगढ़ में लगातार चलाए जा रहे सर्चिंग अभियान और ऑपरेशन से नक्सलियों में हड़कंप मचा हुआ है। मारे और पकड़े जाने के डर से अब जंगलों से निकलकर शहरों में पनाह ले रहे हैं। इस गोपनीय इनपुट के बाद इंटेलिजेंस की टीम अलर्ट हो गई है। पिछले सप्ताहभर में रायपुर से नक्सली दंपती के साथ ही एक अन्य के पकडे़ जाने के बाद से उनके करीबी लोगों की तलाशी की जा रही है। बताया जाता है कि पकड़े गए नक्सलियों के पास से मिले मोबाइल, नकदी और सोना के साथ ही डायरी भी मिली है। इसमें दर्जनों लोगों के नाम-पते और मोबाइल नंबर मिले हैं।
रायपुर के भांठागांव और बस स्टैण्ड के पास से पकडे़ गए तीन नक्सलियों के पास से 20 तोला सोना और 1 लाख 95000 रुपए कैश मिला था। इंटेलिजेंस के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि शहरी क्षेत्र से फंडिंग जुटाई जा रही है।
सामान्य दिखाई देने वाले नक्सलियों के पास से 20 तोला सोने का बिस्कुट मिलने की घटना को देखते हुए जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। बता दें कि एसआईए ने भांठागांव से जग्गू उर्फ रमेश कुरसम और उसकी पत्नी कमला को 23 सितंबर को गिरफ्तार किया था। इसके बाद नक्सली रामा किचाम को भाठागांव इलाके से किया गिरफ्तार किया गया।
हाइटेक हो चुके नक्सली पकड़े जाने के डर से जंगलों में वायरलेस का उपयोग कर रहे थे। जंगल से बाहर निकलते ही छोटे कैडर के मोबाइल से बातचीत और मैसेज के जरिए सूचनाओं के आदान-प्रदान कर रहे थे। लेकिन टॉप कैडर के नक्सली मोबाइल और सोशल मीडिया से दूरी बनाकर चल रहे हैं। इसके चलते इंटेलिजेंस की टीम को उनकी तलाश करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बताया जाता है कि अधिकांश बड़े नक्सली नेताओं द्वारा मोबाइल का उपयोग नहीं करने के कारण उनकी लेटेस्ट फोटो तक पुलिस के पास नहीं है। नक्सलियों के नंबर वन बटालियन (मीलिट्री फोर्स) के कमांडर हिड़मा की 18 साल पुरानी फोटो है। जबकि इस समय उसकी उम्र करीब 40 साल बताई जा रही है।
Updated on:
04 Oct 2025 02:15 pm
Published on:
04 Oct 2025 02:11 pm
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