
स्वर्ग की सीढ़ी: रामायण कथा के अनुसार, रावण का सबसे बड़ा और पहला सपना था स्वर्ग जाने की सीढ़ी बनाना। रावण धरती से स्वर्ग तक जाने की सीढ़ियां बनाने का कार्य वह शुरू भी कर चुका था, लेकिन ये कार्य पूरा होने से पहले ही रावण भगवान राम के हाथों मारा गया।

समुद्र का पानी: समुद्र के पानी को मीठा करना, रावण का दूसरा सपना था। रावण जानता था कि एक न एक दिन पृथ्वी पर पीने का पानी की कमी होगी, इसलिए रावण समुद्र का पानी मीठा करना चाहता था, ताकि पानी की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाए।

गोल्ड था रावण को पसंद: रावण को सोना बहुत पसंद था, इसलिए वह सोने में सुगंध भरना चाहता था। वह चाहता था कि सोने की सुगंध से सोने को आराम से खोज लिया जाए। इसकी वजह यह थी कि रावण सोने का शौकीन था और उसने अपनी पूरी नगरी भी सोने की बनाई थी। रावण चाहता था कि सोने में सुगंध आ जाए ताकि उसे कहीं भी सुगंध से जान लिया जाए।

ईश्वर की पूजा: रावण भले ही भगवान शिव का सबसे बड़ा भक्त और महान ज्ञानी था, लेकिन वह चाहता था कि धरती पर भगवान की पूजा होनी बंद कर दी जाए और लोग उसकी पूजा करें। लेकिन रावण का यह सपना उसके साथ ही जल कर राख हो गया।

मदिरा: रावण का सपना मदिरा को गंधहीन बनाने का भी था। वह चाहता था कि मदिरा में कोई गंध न हो, जिससे सभी लोग बिना गंध के आराम से मदिरापान का आनंद ले सकें।

रंगभेद: रावण रंगभेद को खत्म करना चाहता था। रावण स्वंय काला था, इसलिए वह चाहता था कि सभी लोग गोरे दिखें और कोई किसी का भी सांवले रंग को लेकर मजाक न बनाएं।

खून का रंग: रावण चाहता था कि खून का रंग लाल से सफेद हो जाए ताकि उसके द्वारा कि जाने वाली हत्याओं का किसी को भी पता न चले सके।