
Teacher Job
रायपुर. छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी भाषा में शिक्षा देने के लिए सरकार ने मंजूरी तो दे दी, लेकिन विभाग के पास अंग्रेजी शिक्षकों की कमी है। स्कूलों का चयन होने के बाद अंग्रेजी माध्यम के शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। अंग्रेजी विषय के कुछ शिक्षक स्कूल शिक्षा विभाग के पास हैं।
लेकिन यह सभी स्कूलों के लिए पर्याप्त नहीं है। लिहाजा कुछ शिक्षकों की व्यवस्था आउटसोर्सिंग से करने के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रदेश में 153 प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में अंग्रेजी भाषा में शिक्षा दी जानी है। उन स्कूलों में पहली और छठवीं कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा।
प्राइमरी में 3 और मिडिल में 4 शिक्षक
प्रस्ताव के मुताबिक प्राइमरी स्कूल में तीन शिक्षक नियुक्त होंगे। इसमें दो शिक्षक और एक प्राचार्य रहेंगे। मिडिल स्कूल में 4 शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। इसमें 3 शिक्षक और 1 प्राचार्य होंगे। रायपुर जिले में प्राइमरी के 7 स्कूल हैं, जहां 14 शिक्षक और 7 प्राचार्यों का चयन किया गया है।
जिले में मिडिल स्कूल 6 हैं, जहां 18 शिक्षक और 6 प्राचार्य होंगे। अंगे्रजी भाषा में पढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग ने टे्रनिंग देने की व्यवस्था की है। इन्हें एससीईआरटी में 10 दिनों की ट्रेनिंग दी जाएगी। कुछ जिलों में टे्रनिंग शुरू कर दिया गया है।
शिक्षाकर्मी संघ का विरोध
संयुक्त शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन और ओम बघेल ने बताया कि रायपुर, कबीरधाम, धमतरी, राजनांदगांव समेत अन्य जि़लों में दो वर्षों से पदोन्नति प्रक्रिया पूरी नहीं की गयी है। प्राथमिक शाला में पढ़ाने वाले सहायक शिक्षक विगत कई दिनों से पदोन्नति की आस में हैं। ऐसे में लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा आउटसोर्सिंग से अंग्रेजी शिक्षकों की भर्ती शिक्षाकर्मियों के साथ नाइंसाफी है। यदि बाहरी लोगों की भर्ती आउटसोर्सिंग से की जाती है, तो विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक एस. प्रकाश ने कहा कि प्रदेश में अंग्रेजी भाषा के शिक्षकों की कमी है। इनकी भर्ती आउटसोर्सिंग के जरिए करने के लिए राज्य शासन से अनुमति ली जा रही है। अनुमति मिलते ही भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
Published on:
13 Jun 2018 12:16 pm
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