हंगामे की शुरुआत मंगलवार सुबह से ही हो गई। जब राजस्थान शिक्षक संघ(राष्ट्रीय) के अध्यक्ष बदराम मीना, जिला उपाध्यक्ष परीक्षित शर्मा, मुकेश पुरोहित समेत कई पदाधिकारी सोमवार रात्रि मॉडल स्कूल मेें शिक्षिकाओं को बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के रात्रि मेंं रोके जाने पर हंगामा करने लगे। कुछ शिक्षकों ने आरोप लगाया कि फटे हुए गद्दे व गर्मी मेंं बिना कूृलर भीषण गर्मी में पूरी रात्रि गुजारी है।
जानकारी मिलते ही बीईईओ रामकिशोर मीना भी मौके पर पहुंचे तो कई शिक्षकों कहासुनी हो गई। सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने बीईओ के रवैये से नाराज हो कर मनमानी का आरोप लगाते हुए प्रशिक्षण शिविर का बहिष्कार कर एक पेड़ के नीचे धरने पर बैठ कर नारेबाजी करने लगे। हंगामे की जानकारी मिलने पर लालसोट पुलिस भी मॉडल स्कूल पहुंची और शिक्षकोंं को शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को रखने को कहा।
सूचना मिलने पर जिला मुख्यालय से सर्व शिक्षा अभियान के एडीपीसी अशोक शर्मा मौके पर पहुंच गए। उन्होंने शिक्षकों से वार्ता करते हुए कहा कि आगामी दिनों में रात्रि को अधिकारियों को शिविर स्थल पर रुकने, खाने व नाश्ते की जांच केे लिए कमेटी का गठन करने एवं शिक्षकोंं को भी रात्रि मॉडल स्कूल मेंं ही ठहराने का भरोसा दिया। जिसके बाद ही शिक्षिकों ने अपना प्रदर्शन समाप्त किया। दोपहर के भोजन के बाद प्रशिक्षण शिविर यथावत ढंग से शुरू हुआ।
शिक्षिका की तबीयत बिगड़ी धरने के दौरान एक शिक्षिका आशा पारीक की तबीयत बिगडऩे से हड़कंप मच गया। शिक्षकों ने शिक्षिका को इलाज के लिए डिडवाना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। (नि.प्र.)