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Patrika Interview : पूर्व IAS ओपी चौधरी बोले- ‘बदलाव के लिए राजनीति में आएं अच्छे लोग’

CG Election 2023 : चुनाव प्रचार के व्यस्तता के बीच जयंत कुमार सिंह ने उनसे कई विषयों पर सवाल किए जिनका जवाब उन्होंने बड़ी बेबाकी और साफगोई से दिया...

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cg election 2023 : तेरह साल की कलक्टरी छोड़कर राजनीति की पिच पर बल्लेबाजी करने आए ओपी चौधरी अपने क्लीयर और लॉन्ग टर्म विजन को लेकर आश्वस्त नजर आते हैं। वह कलेक्टरी छोड़कर राजनीति में क्यों आए, न केवल इस सवाल का बखूबी जवाब देते हैं बल्कि स्टेज से सीएम क्यों उनका नाम लेकर टारगेट करते हैं हंसते हुए इसे भी बयां करते हैं। चुनाव प्रचार के व्यस्तता के बीच जयंत कुमार सिंह ने उनसे कई विषयों पर सवाल किए जिनका जवाब उन्होंने बड़ी बेबाकी और साफगोई से दिया।

Q युवाओं का बड़ा सपना आईएएस बनने का होता है, और आप इसे छोड़ नेतागिरी में आ गए?

तेरह साल पूरी निष्ठा से आईएएस की नौकरी की, ये बचपन का सपना था जिसे पूरा किया। आज मेरी पहचान में इस पद का बड़ा योगदान है। लोकतंत्र में राजनीति की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है। भले ही हम इसे पसंद करें या न करें, लेकिन इसे नकार नहीं सकते। अच्छे लोगों के राजनीति से दूर रहने का पहला दुष्परिणाम यह होता है कि बुरे लोग आप पर शासन करते हैं। राजनीतिक तंत्र सही होगा तो प्रशासनिक तंत्र सही होगा। इस सोच के साथ ही मैं राजनीति में आया हूं।

Q पहले प्रशासनिक अधिकारी, फिर पांच वर्ष से राजनेता की भूमिका में, क्या बदलाव देखते हैं?

जब आप प्रशासन में रहते हैं तो एक सिस्टम के अंदर होते हैं, कई पाबंदियां होती हैं। बतौर राजनेता इन वर्षों में मैंने देखा कि काम करने का, समाज और देश के लिए कुछ करने का अवसर और दायरा बहुत होता हैं, लोगों की अपेक्षाओं पर हर पल खरा उतरना होता है।

Q छत्तीसगढ़ को लेकर आप क्या संभावनाएं देखते हैं?

छत्तीसगढ़ संभावनाओं का गढ़ है। 15 साल भाजपा की सरकार ने काफी काम किया। बीते पांच वर्षों में यहां भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी, माफियाराज की स्थिति बन गई है। अकूत प्राकृतिक संपदा है प्रदेश में, इन्हें अच्छे से विस्तारित करना है, विकास सुनिश्चित करना है। उद्योगों में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार सुनिश्चित करना है। नक्सल प्रभावित बस्तर के लिए लॉन्ग टर्म विजन के साथ काम करना है ताकि दुनिया से लोग बस्तर को देखने आएं।

Q पहले खरसिया और अब रायगढ़, विरोधी तंज कस रहे हैं...

राजनीति में तो यह होता ही रहता है। आप कुछ भी करें, विरोधी तो तंज कसेंगे ही। कहां से चुनाव लड़ना है ये पार्टी तय करती है। हम सब तो कार्यकर्ता हैं, पार्टी के हिसाब से काम करते हैं। ये कोई पद, प्रतिष्ठा या ईगो की बात नहीं है। भाजपा में पद नहीं, दायित्व का महत्त्व होता है।

Q रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए आपका विजन क्या है?

रायगढ़ पूरे देश और प्रदेश को इतना ज्यादा रेवन्यू देता है, पर जो लाभ यहां के लोगों को मिलना चाहिए था उससे यहां के लोग वंचित हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर तो है ही नहीं, यहां तत्काल रिंग रोड चाहिए। प्रदूषण से निजात दिलानी है। व्यापारी वर्ग के लिए भय व भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था तय करनी है। युवाओं के लिए संभावनाएं अपार हैं, रोडमैप के साथ काम करना है। रायपुर में निर्मित नालंदा जैसी लाइब्रेरी यहां बने। कांग्रेस के कारण मरने की कगार पर पहुंचे केआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थिति को सुधारना है। युवाओं के लिए कॅरियर गाइडेंस का कल्चर निर्मित करना है। गांवों में खेत तक पानी पहुंचे, कमीशन का खेल बंद हो, ये प्राथमिकता है। नए जिला निर्माण में सरिया क्षेत्र के साथ अन्याय हुआ है, इसके लिए काम करेंगे।

Q प्रदेश सरकार की लगातार घोषणाओं के असर का कोई आकलन आपने किया है?

ऐसा कोई सगा नहीं जिसे कांग्रेस ने ठगा नहीं। कांग्रेस ने कोई वादा नहीं निभाया। भाजपा बेहतर काम करेगी।

Q कैसा लगा जब स्टेज से सीएम ने डायरेक्ट टारगेट किया, इसे किस नजर से देखते हैं आप?

भूपेश बघेल अब भी विपक्षी मोड से बाहर नहीं आ पा रहे हैं। उनके आरोप प्रत्यारोप की राजनीति से रायगढ़ का भला नहीं होगा। मंच से ओपी-ओपी करने से प्रदेश का भला नहीं होगा।

Q कांग्रेसी कह रहे हैं कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है, मुद्दाविहीन कर दिया है?

यह कांग्रेस की फितरत है, भूपेश बघेल जी की आदत है। उनके पास सवालों के जवाब नहीं हैं और कहते हैं कि हमारे पास मुद्दा नहीं है। ये लोग व्यक्तिगत आरोप लगाते हैं।

Q आपने जनता की जरूरतों को प्रशासनिक स्तर पर भी समझा है, राजनीतिक स्तर पर भी देखा है, कहां सर्वाधिक फोकस की जरूरत हैै?

भारत एक राइजिंग कंट्री है, हम दुनिया में युवा देश हैं। युवाओं की जरूरतों, महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने की जरूरत है जबकि वर्तमान में बड़ा गैप है। गरीबों के लिए समावेशी विकास की जरूरत है, इनकी चिंता करनी है, इनके लिए योजनाओं के साथ काम करना है।