
खुशखबरी: अब सरकारी स्कूलों में सीबीएसई का कोर्स पढ़ेंगे बच्चे, शिक्षा विभाग ने शुरू की तैयारी
महासमुंद. गरीब बच्चों को अंग्रेजी स्कूलों पढऩा एक सपना सा लगता है। वे चाहकर भी इंग्लिश मिडियम स्कूलों में पढ़ नहीं पाते, क्योंकि इन स्कूलों की फीस अधिक होती है। अब यह सपना शिक्षा विभाग पूरा करने के लिए जुटा है। इस सत्र से जिले के कई स्कूल अंग्रेजी माध्यम से संचालित किए जाएंगे इसके लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
सरकारी स्कूलों के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने सरकार एक नई योजना शुरू कर रही है। प्राइवेट की तरह सरकारी स्कूलों के बच्चे भी सीबीएसई कोर्स और अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई करेंगे। शासन के आदेश पर जिले के पांचों विकासखंड में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराने के लिए दो महीना पहले ही स्कूलों का चयन कर स्वीकृति दी है, लेकिन अभी आदेश नहीं आया है। आदेश आते ही इसी सत्र में उन सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू हो जाएगी।
प्राइवेट व सरकारी स्कूल में पढऩे वाले बच्चों के बीच किसी प्रकार का मतभेद न रहे और गरीब परिवार के बच्चे भी इंग्लिश मिडियम में पढ़ाई कर सकें, इसके लिए सरकार ने विकासखंड के दो-दो सरकारी स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम से संचालित करने की योजना बनाई है। यह योजना प्रदेश सहित जिले में जल्द ही लागू होने वाली है। प्रशासन इसी सत्र से चिन्हांकित सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम शुरू करने की तैयारी में जुटा हुआ है। जिले के पांच विकासखंड में 10 स्कूलों सीबीएसई पैटर्न हो जाएंगे। जहां पढ़ाई इग्लिश मिडियम से होगी। कम खर्च में ही बच्चे इग्लिश मिडियम में पढ़ाई कर सकेंगे। महासमुंद, पिथौरा, बसना, सरायपाली एवं बागबाहरा विकासखंड के दो-दो स्कूल इसी सत्र में अंग्रेजी माध्यम हो जाएंगे।
यह योजना प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला के बच्चों के लिए प्रारंभ हो रही है। कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चे अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई करेंगे, ताकि नींव मजबूत रहे। यदि कक्षा पहली से बच्चे अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई करेंगे तो आगे की पढ़ाई उन्हें कठिन नहीं लगेगी। जिन स्कूलों को अंग्रेजी माध्यम से संचालन के लिए चिन्हित किया गया है उन स्कूलों की सुविधा बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही साथ स्मार्ट विद्यालय बनाया जाएगा। सभी विषयों के शिक्षकों की व्यवस्था भी की जाएगी।
महासमुंद के जिला शिक्षा अधिकारी बीएल कुर्रे ने बताया कि सरकारी स्कूलों में भी इस सत्र से अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कराई जाएगी। यह योजना केवल कक्षा पहली से आठवीं तक के लिए है। पांचों विकासखंड से एक प्रायमरी व एक मिडिल स्कूल का चयन कर दो महीना पूर्व ही भेजा जा चुका है।
Published on:
19 May 2018 01:49 pm
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