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मैं क्राइम ब्रांच से बोल रहा हूं, तुम्हारी बेटी लॉकअप में है… अब इस तरह के कॉल से फंसा रहे साइबर ठगी

+92 वाले वाट्सऐप कॉल करके पहले बेटा-बेटी के क्रिमिनल मामले में फंसने की जानकारी देकर डराते हैं। इसके बाद मामला रफादफा करने के नाम पर पैसों की मांग करते हैँ। दरअसल साइबर ठगी करने वाले अब इस तरीके से लोगों को ठग रहे हैं।

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Cyber Crime News: अगर कोई पुलिस अधिकारी के फोटो वाली डीपी वाली +92 वाले मोबाइल नंबर से वाट्सऐप कॉल करके आपके बेटे-बेटा को किसी आपराधिक मामले में फंस जाने, पकड़े जाने या लॉकअप में होने की सूचना देता है। खुद को पुलिस वाला बताता है, तो घबराएं नहीं। ये साइबर ठगों की साजिश है। +92 वाले वाट्सऐप कॉल करके पहले बेटा-बेटी के क्रिमिनल मामले में फंसने की जानकारी देकर डराते हैं। इसके बाद मामला रफादफा करने के नाम पर पैसों की मांग करते हैँ। दरअसल साइबर ठगी करने वाले अब इस तरीके से लोगों को ठग रहे हैं।

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इस तरह की ऑनलाइन ठगी होने की कई शिकायतें पुलिस के पास पहुंची है। इसके बाद रायपुर पुलिस की ओर से लोगों को सतर्क किया गया है। पुलिस ने अलर्ट जारी करते हुए साइबर ठगों के ऐसे झांसे से बचने की अपील की है। सोशल मीडिया में भी इसकी जानकारी दी गई है। साइबर ठगी करने वाले आजकल किसी भी पुलिस वाले की फोटो अपने वाट्सऐप डीपी लगाकर कॉल करते हैं। फिर बच्चों के पुलिस केस में फंसने या पकड़े जाने की झूठी जानकारी देते हैं। इसके झांसे में लोग न आएं। ऐसे लोगों से किसी भी तरह का लेन-देन न करें। साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्क रहे।

Cyber Alert: वर्चुअल नंबर का उपयोग

साइबर ठग वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल करते हैं। यह नंबर केवल कॉल करते समय दिखाता है। कॉल लॉग में नंबर नहीं दिखता है। पाकिस्तान का वर्चुअल नंबर लेकर उसमें किसी भी पुलिस अधिकारी का डीपी लगा लेते हैं। फिर वाट्सऐप कॉल करते हैं। कॉल के दौरान डीपी में पुलिस अधिकारी दिखाई देता है, जिसे देखकर आमलोग आसानी से डर जाते हैं। इसके बाद साइबर ठगों के कहे अनुसार काम करने लगे हैं।