
Raipur to Ayodhya Dham: अयोध्या में 22 जनवरी को श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ से 7 फरवरी को रामलला दर्शन के लिए पहली ट्रेन रवाना होगी। (Ramlala dharshan scheme) मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी में एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। प्रदेश से हर साल मुफ्त में 20 हजार लोग अयोध्या में राम लला के दर्शन करेंगे।
बता दें कि भाजपा ने मोदी की गारंटी संकल्प पत्र में राम लला दर्शन कार्यक्रम का वादा किया था। मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में भगवान राम विराजित हो रहे हैं। हमारी गारंटी के तहत हम छत्तीसगढ़ से लोगों को अयोध्या भेजेंगे। 7 फरवरी को पहली ट्रेन छत्तीसगढ़ से अयोध्या के लिए रवाना होगी।
यहां करें आवेदन
अयोध्या दर्शन के लिए आवेदन करने के लिए, छत्तीसगढ़ के लोगों को अपने ग्राम पंचायत या नगर पंचायत सहित नगरीय निकायों में आवेदन करना होगा। आवेदन पत्रों की जांच के बाद, पात्र श्रद्धालुओं को टिकट और यात्रा की सुविधा प्रदान की जाएगी।
2000 श्रद्धालु 4 फरवरी को रामलला के दर्शन के लिए रवाना होंगे
विश्व हिंदू परिषद छत्तीसगढ़ प्रांत से अपने 2000 लोगों को रामलला का दर्शन करने के लिए 4 फरवरी को लेकर रवाना होगा। इन लोगों को ट्रेन में रिजर्वेशन कराने के लिए रेलवे ने किराया सूची दे दिया है। 22 कोच की ट्रेन में सभी रिजर्वेशन कोच है। एक व्यक्ति का किराया 1170 रुपए लगेगा। अयोध्या के लिए यह पहली स्पेशल ट्रेन दुर्ग रेलवे स्टेशन से सुबह 11.10 बजे रवाना होकर सीधे रायपुर स्टेशन में रुकेगी। विहिप के प्रदेश मंत्री घनश्याम चौधरी ने बताया कि अयोध्या में 5 फरवरी को दर्शन की तारीख मिली है। इसलिए ट्रेन 4 फरवरी को रवाना होकर तय तारीख पर पहुंच जाएगी। रामलला के दर्शन कराने के लिए सदस्यों की सूची और रेलवे द्वारा तय किराया की राशि एकत्र की जा रही है। जिसे रेलवे के अधिकारी को सौंपेंगे। ट्रेन में भोजन की व्यवस्था रेलवे के तरफ से रहेगी। उन्होंने यह भी बताया कि कराया सभी सदस्यों को देना अनिवार्य किया गया है, परंतु जो व्यक्ति किन्हीं वजहों से 1170 रुपए देने में समर्थता जताएगा, उसका सहयोग करने का निर्णय लिया गया है। जो आमंत्रित साधु-संत प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में नहीं पहुंच पाएंगे उन्हें भी इस ट्रेन में जगह देने की व्यवस्था रहेगी।
रामलला दर्शन योजना की ये होंगी शर्तें
छत्तीसगढ़ राज्य का मूल निवासी हो।
18 से 75 आयु वर्ग के जो जिला मेडिकल बोर्ड के स्वास्थ्य परीक्षण में सक्षम पाए जाएंगे, उन्हें यात्रा की पात्रता होगी।
दिव्यांगजनों के लिए यथासंभव उनके परिवार से कोई एक सदस्य साथ में रहेंगे।
प्रथम चरण में 55 वर्ष से ऊपर के यात्रियों को यह सुविधा उपलब्ध होगी। इसके बाद अन्य आयु वर्ग के लोगों को भी यह सुविधा दी जाएगी।
इसके लिए प्रत्येक जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में श्री रामलला दर्शन समिति बनाई जाएगी।
प्रत्येक समिति अनुपातिक कोटा के अनुसार हितग्राहियों का चयन करेगी।
यात्रा की दूरी करीब 900 किलोमीटर होगी। इसके लिए आईआरसीटीस के साथ छत्तीसगढ़ मंडल एमओयू करेगा।
यात्रा के दौरान आईआरसीटी ही सुरक्षा, स्वास्थ्य, भोजन, स्थलों के दर्शन, स्थानीय परिवहन और एस्कार्ट की व्यवस्था करेगा।
हितग्राहियों को उनके निवास से निर्धारित रेलवे स्टेशन तक लाने और वापस ले जाने की व्यवस्था संबंधित जिला कलेक्टर करेंगे। इसके लिए उन्हें बजट उपलब्ध कराया जाएगा।
प्रत्येक जिले से यात्रियों के साथ एक सक्षम शासकीय अधिकारी अथवा एक छोटा दल भेजा जाएगा।
यात्री दुर्ग-रायपुर, रायगढ़ और अंबिकापुर से ट्रेन के जरिए रवाना किए जाएंगे।
वर्तमान में प्रत्येक सप्ताह में एक ट्रेन उपलब्ध होगी। यात्रियों की संख्या के अनुसार आगे बढ़ोतरी की जा सकती है।
Published on:
18 Jan 2024 01:09 pm
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