कांट्रेक्टर कॉलोनी में रहने वाले सुरेश निर्मलकर मूल रूप से राजनांदगांव का रहने वाला था। वह भिलाई में अपने ससुराल में रहता था। बीते 12 घंटों में डेंगू से यह तीसरी जान गई हैं। इसके अलावा भिलाई में रहकर पढ़ाई कर रहे धमतरी के ८ छात्र भी डेंगू से पीडि़त हैं।
राजधानी में भी डेंगू को लेकर शासन ने महामारी घोषित किया है। फिर भी स्थानीय प्रशासन द्वारा डेंगू से बचाव के लिए सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। जोन स्तर पर एंटी लार्वा दवा का छिडक़ाव और फॉङ्क्षगग करने के लिए सिर्फ दो कर्मचारी मैदान में उतारे गए है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए निगम प्रशासन को एंटी लार्वा दवा का छिडक़ाव और फॉङ्क्षगग के लिए सभी 70 वार्डों में चार से छह कर्मचारी उतारना चाहिए। वैसे भी इन दिनों वार्डों में मच्छरों का प्रकोप इस कदर बढ़ गया है कि रातों की नींद और दिन का चैन छिन गया है। बगैर पंखे और एसी के घरों और ऑफिसों में रहना मुश्किल हो गया है।