25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

किडनी ट्रांसप्लांट: पत्नी बनी पति का सहारा तो बहन ने दी भाई को जिंदगी

Raipur news: अक्सर आप महिलाओं के त्याग एवं समर्पण की कहानियां सुने होंगे। महिलाएं त्याग की प्रतिमूर्ति होती हैं। ऐसे ही दो मामले सामने आए हैं जिससे यह साबित होता हैं कि महिलाएं त्याग की प्रतिमूर्ति हैं। यह किडनी ट्रांसप्लांट का मामला हैं।

2 min read
Google source verification
file photo

किडनी ट्रांसप्लांट: पत्नी बनी पति का सहारा तो बहन ने दी भाई को जिंदगी

Chhattisgarh news: रायपुर के एम्स में हाल ही में 2 मरीजों का किडनी ट्रांसप्लांट किया गया है। जिसमें मरीजों को किडनी देने वाले उनके अपने ही हैं। एक मामले में जहां पत्नी ने अपने पति को अपनी किडनी डोनेट की। तो वहीं दूसरे मामले में छोटी बहन ने अपने बड़े भाई को नई जिंदगी दी। दोनों ही मामले में डॉक्टरों की देखरेख में दोनों ट्रांसप्लांट सफल रहे। दोनों मरीज की सेहत भी अब पहले से बेहतर है।

लखनऊ के डॉक्टरों सहित एम्स के विशेषज्ञ रहे शामिल

लखनऊ एसपीजीआई के एक्सपर्ट डॉ. मोहम्मद अंसारी और डॉ. संजय सुरेखा की देखरेख में एम्स के यूरोलॉजी विभाग के डॉ. अमित शर्मा, डॉ. दीपक बिस्वाल, नेफ्रोलॉजी विभाग के डॉ. विनय राठौड़ और डॉ. प्रदीप (एनेस्थिसिया) ने लगभग पांच घंटे में इस ट्रांसप्लांट (raipur aims news) को किया। डॉ. राठौड़ ने बताया कि एम्स में अब तक पांच किडनी का सफल प्रत्यारोपण किया जा चुका है।

प्रत्यारोपण के साथ काउंसिलिंग भी

निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने इस उपलब्धि के लिए डॉक्टरों की टीम की सराहना की। बता दें कि एम्स में किडनी प्रत्यारोपण से संबंधित प्री-ऑपरेटिव और पोस्ट ऑपरेटिव केयर के साथ रोगी और किडनी प्रदाता को काउंसिलिंग के साथ डाइट के बारे में (raipur aims news) भी पूरी जानकारी दी जाती है। पहले किडनी प्रत्यारोपण करवा चुके मरीज भी यहां नियमित फॉलोअप के लिए आ रहे हैं। इन मरीजों का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त किया गया है।

यह भी पढ़े: शहीद जवान श्रवण कश्यप की गांव में लगाई मूर्ति, पत्नी ने की पूजा, लिपट-लिपटकर रोई मां, वीडियो कर देगा भावुक

अपनों की खातिर त्याग की कहानी, पढ़िए

केस-1 : 24 साल का छात्र था पीड़ित

जांजगीर-चांपा में रहने वाला 24 वर्षीय कॉलेज छात्र किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित था। बीते 6 महीने से उसे हर हफ्ते नियमित रूप से 3 बार डायलिसिस की जरूरत पड़ रही थी। छात्र के माता-पिता मधुमेह से पीड़ित थे। ऐसे में छात्र की 22 वर्षीय बहन ने (raipur aims news) अपनी किडनी दान दी। इस छात्र का शुक्रवार को किडनी ट्रांसप्लांट किया गया है। दोनों भाई-बहन अभी स्वस्थ हैं। चिकित्सकों की गहन निगरानी में हैं।

केस-2 : दोनों किडनी नहीं कर रही थी काम

बलौदाबाजार में रहने वाले 46 वर्षीय किसान जुलाई 2022 से गुर्दा रोग से पीड़ित थे। इनकी दोनों किडनियों ने काम करना बंद कर दिया था। हाथ-पैर में सूजन, उल्टी और कमजोरी के लक्षण थे। पति की जान बचाने की खातिर किसान की पत्नी ने (raipur aims news) अपनी किडनी दान दी। दोनों रोगियों को ट्रांसप्लांट यूनिट में आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं। इस दंपती के तीन बच्चे हैं।

यह भी पढ़े: Education: सिलेबस में इस बार फिर से पिछड़ेंगे निजी स्कूलों में प्रवेशित गरीब बच्चे, जानिए वजह